Bihar Elections| बिहार चुनाव में बड़ा धमाका! तेज प्रताप की नई पार्टी, कांग्रेस भी अकेले लड़ेगी क्या?
Автор: KATV Bharath
Загружено: 2025-10-14
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Bihar Elections 2025 | Tejaswi Yadav | RJD | बिहार चुनाव में बड़ा धमाका! तेज प्रताप की नई पार्टी, कांग्रेस भी अकेले लड़ेगी क्या? | KATV Bharath
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बिहार की राजनीति एक बार फिर गरम हो गई है। 2025 विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। चिराग पासवान के तेवर सख्त हैं और भाजपा के माथे पर चिंता की लकीरें साफ़ दिख रही हैं।
तो क्या एनडीए का आत्मविश्वास डगमगा रहा है? और जन सुराज पार्टी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद समीकरण क्या बनते दिख रहे हैं? आईए जानते हैं पूरी कहानी।
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नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका KATV भारत पर। बिहार की सियासत में इस वक्त ज़बरदस्त हलचल मची हुई है एक तरफ़ लालू परिवार में बगावत, तो दूसरी तरफ़ कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तों में खटास। यानि बिहार चुनाव 2025 में समीकरण अब पूरी तरह बदलते नज़र आ रहे हैं। तो चलिए, एक-एक करके समझते हैं कौन, किसके साथ और कौन अब अकेले मैदान में!
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भाई भाई से नाराज़ हैं और नाराज़गी इतनी बढ़ गई कि तेज प्रताप यादव ने अब अपनी अलग पार्टी बना ली है। पार्टी का नाम है जनशक्ति जनता दल (JJD), और आज इसकी पहली लिस्ट जारी कर दी गई जिसमें कुल 21 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। सबसे बड़ा नाम खुद तेज प्रताप यादव का है,
जो वैशाली जिले की महुआ सीट से चुनाव लड़ेंगे। दिलचस्प बात यह है कि महुआ वही विधानसभा सीट है, जहां से तेज प्रताप ने 2015 में राजनीति में कदम रखा था। 2015 से 2020 तक वो महुआ से आरजेडी के विधायक रहे, लेकिन 2020 के चुनाव में लालू यादव ने उनकी सीट बदल दी और
उन्हें हसनपुर (समस्तीपुर) से टिकट दिया। वो वहां से भी जीत गए, लेकिन अब 2025 में हालात बदल गए हैं पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप लगातार तेजस्वी यादव और परिवार के फैसलों के खिलाफ बयान दे रहे हैं। तेज प्रताप कई बार मंचों से यह कहते दिखे "तेजस्वी सावधान रहो, तुम्हें लोग गुमराह कर रहे हैं!" और अब उन्होंने ये साबित कर दिया कि वो अकेले ही अपनी राह चुनने वाले हैं। आइए एक नज़र डालते हैं जनशक्ति जनता दल की पहली लिस्ट पर महुआ (वैशाली) से खुद तेज प्रताप यादव बेलसन (सीतामढ़ी) से विकास कुमार कवि, मनेर (पटना) से शंकर यादव, दुमाऊं (बक्सर) से दिनेश कुमार सूर, मधेपुरा से संजय यादव, नरकटियागंज (मोतिहारी) से तौरीफ़ रहमान महिला उम्मीदवारों में भी पार्टी ने खास जगह दी है, मीनू कुमारी (पटना साहिब), पुष्पा कुमारी (बनियापुर, छपरा), सुरभि यादव (मोइद्दीन नगर, समस्तीपुर) तेज प्रताप की पार्टी की एंट्री से अब बिहार का चुनावी मैदान और दिलचस्प हो गया है। क्योंकि पहले से ही जन सुराज पार्टी और NDA अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुके हैं, अब तेज प्रताप के मैदान में उतरने से सियासी मुकाबला और तेज़ हो गया है। अब बात दूसरी बड़ी खबर की बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के बीच रिश्तों में दरार की। सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस इस बार बिहार में अकेले चुनाव लड़ सकती है! क्योंकि लालू यादव और तेजस्वी यादव के बीच टिकट वितरण को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। हुआ कुछ यूं कि कल तेजस्वी यादव दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर रहे थे। उसी दौरान, पटना में लालू यादव ने कुछ नेताओं को आरजेडी का चुनावी सिंबल (चिन्ह) दे दिया! जब तेजस्वी लौटकर रात में घर पहुंचे उन्हें पता चला कि सिंबल पहले ही बांट दिए गए हैं। रात करीब 1 बजे लालू यादव के सर्कुलर रोड स्थित घर पर बुलाकर सभी उम्मीदवारों से सिंबल वापस मंगवाए गए। यानि आधी रात तक सियासी ड्रामा चलता रहा। सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी को इस कदम की जानकारी नहीं थी, और जब कांग्रेस नेताओं को इसका पता चला, तो उन्होंने इसे “असम्मानजनक कदम” बताया। इसी के बाद सोशल मीडिया पर इमरान प्रतापगढ़ी और मनोज झा के बीच ट्विटर पर शेरों के ज़रिए तकरार भी देखने को मिली। अब सवाल उठता है क्या वाकई कांग्रेस बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी? राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दबाव की रणनीति भी हो सकता है। कांग्रेस चाहती है कि उसे इस बार बेहतर सीटें मिलें ऐसी सीटें जहाँ उसका संगठन मज़बूत है, ताकि प्रदर्शन अच्छा रहे और वो आरजेडी की छाया में नहीं, अपने दम पर उभर सके। दूसरी तरफ़ आरजेडी को डर है अगर कांग्रेस बढ़ेगी, तो आरजेडी घटेगी!
यानी सहयोगी दल होने के बावजूद दोनों के बीच सीधी प्रतिस्पर्धा की स्थिति बन रही है। तो दोस्तों, बिहार चुनाव से पहले दो बड़ी तस्वीरें सामने हैं एक तरफ लालू परिवार की फूट,
दूसरी तरफ आरजेडी और कांग्रेस के बीच खटास। अब सवाल यह है क्या कांग्रेस सच में अकेले मैदान में उतरेगी? क्या तेज प्रताप की नई पार्टी “जनशक्ति जनता दल” किसी गठबंधन का हिस्सा बनेगी या अकेले दम पर लड़ेगी? इन सवालों के जवाब अगले कुछ दिनों में मिल जाएंगे। लेकिन इतना तय है बिहार की राजनीति में इस बार मुकाबला बहुत दिलचस्प होने वाला है। आप देख रहे थे KATV भारत, मैं हूं वर्षा वेणुगोपाल। बने रहिए हमारे साथ क्योंकि बिहार की हर सियासी हलचल हम सबसे पहले लेकर आएंगे। धन्यवाद
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