हर आंसू बने मशाल, हर पीड़ा बने सवाल
Автор: Rawat Kavita
Загружено: 2025-11-17
Просмотров: 13
Описание:
यह गीत उन आवाज़ों की पुकार है जो दबा दी गईं, उन कलमों की गवाही है जो डर में थम गईं। यह रचना सामाजिक अन्याय, सत्ता के दमन और मौन की संस्कृति के विरुद्ध एक ज्वलंत प्रतिरोध है। हर पीड़ा को सवाल में बदलने और हर आँसू को मशाल बनाने का यह आह्वान, बदलाव की दस्तक है – एक ऐसी दस्तक जिसे अब अनसुना नहीं किया जा सकता।
"यह वीडियो मेरे मौलिक गीत और प्रस्तुति पर आधारित है, इसे प्रभावशाली बनाने के लिए गायन संगीत और दृश्यों के लिए AI की सहायता ली गई है।"
कीवर्ड:
सामाजिक न्याय
जन-जागरण
अधिकारों की लड़ाई
बदलाव की पुकार
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
सत्ता और अन्याय
प्रतिरोध और चेतना
पीड़ा से परिवर्तन
#rawatkavita
#sunoai
#बदलावकीदस्तक
#हक़कीजंग
#हरआँसूमशाल
#इंसाफ़कीराह
#जनजागरणगीत
#सामाजिकचेतना
#आवाज़उठाओ
#कलमकीक्रांति
#प्रतिरोधकीपुकार
#संवेदनासेसंघर्ष
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: