सूर्य और चंद्र किस भाव में कारक अतिविशिष कारक और दिग्वली होते हैं
Автор: S Kumar Jyotish
Загружено: 2023-10-01
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सूर्य और चंद्र किस भाव में कारक अतिविशिष कारक और दिग्वली होते हैं #viral #youtube #astrology
सभी नौ ग्रहों के अपने अपने कारक भाव होते हैं और कुछ भाव ऐसे भी होते हैं जिनमे यह गृह दिग्बली होते हैं । इसी प्रकार लग्न कुंडली के कुछ भाव ऐसे भी होते हैं जिनमे कुछ विशेष ग्रहों के स्थित होने पर भाव सम्बन्धी प्रभाव में वृद्धि हो जाती है । ऐसे ग्रहों को अतिविशिष्ट कारक गृह कहा जाता है । अति विशिष्ट कारक गृह जिस भाव में अति विशिष्ट होता है यदि उस ही भाव में विराजमान हो जाए तो उस भाव विशेष के प्रभाव में वृद्धि हो जाती है । आइये जानते हैं नव गृह जन्मकुंडली के कौन कौन से भाव में हो जाते हैं कारक ग्रह। सूर्य किस भाव में कारक गृह बन जाता है
सूर्य किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
चंद्र किस भाव में कारक गृह बन जाता है
चंद्र किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
गुरु किस भाव में कारक गृह बन जाता है
गुरु किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
बुध किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
बुध चंद्र किस भाव में कारक गृह बन जाता है शुक्र किसभाव में दिग्वली गृह बन जाता है
शुक्र किस भाव में कारक गृह बन जाता है
शनि किस भाव में कारक गृह बन जाता है
शनि किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
राहु किस भाव में कारक गृह बन जाता है
राहु किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
केतू किस भाव में कारक गृह बन जाता है
केतू किस भाव में अति विशिष्ट कारक गृह बन जाता है
गुरु किस भाव में दिग्वली हो जाते हैं
सूर्य किस भाव में दिग्वली हो जाते है।
शुक्र किस भाव में दिग्वली हो जाते हैं
शनि किस भाव में दिग्वाली होजाते है
मंगल किस भाव में कारक हो जाते है
मंगल किस भाव में अति विशिष्ट कारक होते हैं
मंगल किस भाव में दिगवली हो जाते है
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