भारतीय संस्कृति | Mangrol Animation | Mangrol Multimedia | Moral Stories | हिंदी कहानी
Автор: Mangrol Animations
Загружено: 2021-03-10
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दोस्तों आज में आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रही हु जिसमे हमारे भारत और हमारी भारतीय संस्कृति के बेहतरीन उदहारण दिए गए है! ये कहानी है अकबर और बीरबल की तो चलिए शुरू करते है कहानी,
एक बार अकबर बिरबल हमेशा की तरह टहलने निकले!
रास्ते में बिरवबल को तुलसी का एक पौधा दिखा। बीरबल ने झुककर उसे प्रणाम किया!
अकबर ने पूछाः कौन हे ये?
बिरबल ने कहाः ये मेरी माता हे!
ये सुनकर हैरान होकर अकबर बिरबल को देखता रहा। फिर उसने तुलसी के पौधे को उखाड़कर फेक दिया और कहने लगाः लो, तुम्हारी माता तो गई। वैसे तुम हिन्दूओं की कितनी माता हैं!
बिरबल ने अकबर की इस हरकत का सटीक जवाब देने के लिए एक तरकीब ढ़ुंढ़ निकाली। दोनों आगे चलने लगे। उतने में रास्ते में एक बिच्छुपत्ती यानी खुजली वाला पेड़ आया। बीरबल ने उसे भी दंडवत प्रणाम किया और कहने लगाः जय हो बाप मेरे!
अकबर फिर से गुस्सा हुआ। वो दोनों हाथो से उस पेड़ को भी उखाड़ने लगा। फिर क्या था, खुजली वाले पेड़ को छुते ही अकबर के हाथों में भयंकर खुजली होने लगी। वो बोलाः अरे बाप रे। ये क्या हो रहा है मुझे। बहुत खुजली हो रही है।
बीरबल ने कहाः महाराज, आप ने मेरी माँ को मारा था ना, इसलिए मेरे पिता गुस्सा हुए है।
अकबर खुजली से परेशान होने लगा। वो बोलाः मुझसे सहा नहीं जाता। जल्दी से कुछ इलाज करो बिरबल।
बिरबल ने कहाः महाराज, उपाय तो है लेकिन वो भी हमारी माँ है। आपको उनसे विनती करनी पड़ेगी!
अकबर बोला: जो करना है करूंगा... तुम बस इस खुजली से मेरी जान छुड़ाओ।
दोनों आगे चलने लगे। उतने में रास्ते में एक गाय खड़ी नज़र आई। बिरबल ने गाय को भी प्रणाम किया और फिर अकबर से कहाः महाराज, आप गौमैया से बिनती किजिए कि हे माँ, मेरी खुजली का इलाज करो।
बौखलाए हुए अकबर ने बिरबल के कहने के मुताबिक किया। बिरबल ने पास पड़े गोबर को उठाया और अकबर के हाथों में उसका लेप लगा दिया।
लेप लगते ही अकबर को कुछ राहत महसूस हुई। लेकिन गंदे हाथों को दोख अब अकबर कहने लगाः ऐसी गंदी हालत में मैं राज महल कैसे जा सकता हूं। लोग हंसेंगे मुझपर।
बिरबल ने मुस्कुराते हुए कहाः चलिए, मैं आपको मेरी एक और माँ के पास ले चलता हूं। वो इस समस्या का निवारण कर देगी।
अब चलते-चलते दोनं गंगा किनारे पहुंचे।
बिरबल ने कहाः जाइए महाराज, गंगा मैया में कूद जाइए और देखिए मजा।
अकबर गंगा में कूद पड़ा। स्नान करके वो बाहर आया तो तरोताज़ा हो गया। उसने ने बीरबल से कहा: वाह, ये तो कमाल हो गया।
बिरबल ने कहाः महाराज, कमाल तो हमारी हिन्दू संस्कृति है, जिसने सभी को सम्मान देना सिखाया। इसी संस्कृति के कारण भारत एक अनूठा देश बना है।
जय हो भारतीय संस्कृति की।
तो देखा दोस्तों ऐसी अनूठी संस्कृति का हिस्सा होना हमारे लिए बड़े गौरव की बात है!
जय भारत ! जय भारतीय !
Voice :Siddhika Lad
Producer : Sanjay V. Shah
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