अयोध्या की राजकुमारी सुरीरत्ना:साउथ कोरिया से 2000 साल पुराना रिश्ता क्यों है खास?
Автор: The Pearl Factose
Загружено: 2025-11-29
Просмотров: 988
Описание:
Ayodhya Princess Suriratna
Queen Huh Hwang-ok store
Ayodhya Korea connection
Kim Suro and Princess Suriratna
Korean India relation history
Ayodhya Korean ancestry
Suriratna Kim dynasty
Ayodhya to Korea journey
Ayodhya Korean princess
South Korea India cultural ties
Ram Mandir Ayodhya news
Ayodhya history facts
Korean Queen from India
Huh clan origin India
Ayodhya stone Korea
Ayodhya Princess Suriratna
Ayodhya Korea connection
Queen Huh Hwang-ok
King Kim Suro
Korean ancestry India
Korea India history
Ayodhya story
Ayodhya Ram Mandir
Korean princess from India
Suriratna Kim
Heritage of three kingdoms
Samguk Yusa princess
India Korea relationship
Ayodhya Korean link
Korean clan Huh
Ayodhya history explained
Indian princess Korea
Viral history shorts
Trending historical facts
#Ayodhya
#PrincessSuriratna
#QueenHuhHwangok
#KoreaIndia
#AyodhyaToKorea
#KimSuro
#KoreanHistory
#IndianHistory
#AyodhyaConnection
#KoreanPrincess
#RamMandir
#SamgukYusa
#KimClan
#HistoricalFacts
#ViralShorts
#TrendingShorts
#KoreanCulture
#AyodhyaStory
#IndiaKoreaRelation
अयोध्या की वो राजकुमारी सोने-चांदी लेकर गई थीं... साउथ कोरिया के लोग क्यों कर रहे याद?
Princess Suriratna of Ayodhya: कहा जाता है कि 48 ई. में अयोध्या के राजा ने सपना देखा. ईश्वर उन्हें आदेश देते हैं कि वह राजकुमारी को दक्षिण कोरिया भेजें और वहां उनकी शादी किम सूरो से कराई जाए. सूरीरत्ना के साथ वही हुआ. आज कोरिया में किम बहुत से लोगों का सरनेम होता है. वे खुद को अयोध्या प्रिंसेज का वंशज मानते हैं.
अयोध्या मेरे लिए बहुत खास है. हमारा वंश भारतीय राजकुमारी से जुड़ा है... भारत आईं दक्षिण कोरिया की सांसद जेवॉन किम गर्व से यह बात कहती हैं. अयोध्या में राम मंदिर बना, दीपोत्सव मनाया जाता है, अब राम मंदिर ध्वजारोहण का कार्यक्रम हुआ. दक्षिण कोरिया के लोग अयोध्या से जुड़ी हर खबर को बड़े चाव से पढ़ते हैं. वे रामनगरी से एक गहरा नाता जोड़ते हैं. सांसद जेवॉन ने कहा कि भारतीय राजकुमारी, मेरी परदादी, मेरे पूर्वज, वो कनेक्शन यहीं से है. कौन थीं वो राजकुमारी जो अपने साथ हीरे-जवाहरात के साथ अयोध्या से पत्थर और शिलाएं भी ले गई थीं.
समयुग युसा (The Heritage history of three kingdoms) ग्रंथ के अनुसार 13वीं सदी में अयोध्या की राजकुमारी सुरीरत्ना जलमार्ग से होते हुए साउथ कोरिया के बुसान प्रदेश पहुंची थीं. वहां के राजकुमार से उनका विवाह हुआ. कुछ साल बाद वह राजा (king Kim Suro) बन गए. सुरीरत्ना भी क्वीन हूह वांगओके (Queen Huh Hwang-ok) के नाम से पहचानी जाने लगी. उन दोनों ने बेहतरीन शासन किया. जनता के हित में कई कार्य किए. लोगों में लोकप्रिय हुए. ऐसा कहा जाता है कि साउथ कोरिया में अयोध्या क्षेत्र के भारतीय वंश के अनेक लोग रहते हैं. वहां के पांच करोड़ नागरिकों में लगभग 50 लाख लोग इसी वंश के हैं. वे आज भी खुद को भारतीय वंश से जुड़ा मानते हैं.
नाव में सोने और रत्न ले गई थीं
कोरिया जाते समय राजकुमारी अपने साथ बहुत सारी स्वर्णमुद्राएं, रत्न-जवाहरात नौका में लेकर गई थीं. पुराने जमाने में बहुत बड़ी-बड़ी नौकाएं हुआ करती थीं और वजनदार वस्तुओं का संतुलन बनाने के लिए उसमें उतने ही वजन के बड़े-बड़े पत्थर और शिलाएं रखी जाती थीं. जिस स्थान पर राजकुमारी उतरी थीं, वहां एक स्मारक बनाया गया है. उस स्थान पर राजकुमारी की नौका के साथ आए उन पत्थरों और शिलाओं को भी संजोकर रखा गया है.
राजकुमार और राजकुमारी की प्रतिमाएं भी हैं. स्मारक के आसपास रखे पत्थरों को लेकर स्थानीय लोगों की ऐसी मान्यता है कि अगर उन पत्थरों का एक छोटा टुकड़ा लेकर कोई समुद्री यात्रा पर जाता है तो वह निश्चित ही सुरक्षित वापस लौटता है. इस श्रद्धा के कारण उन पत्थरों का बहुत सा भाग वहां के लोग उठाकर ले गए हैं मगर अब सरकार ने उन पत्थरों को देश की अमूल्य धरोहर मानकर इनके संरक्षण के लिए उन्हें छूने या उठाने पर पाबंदी लगा दी है. ऐसी हैं अयोध्या की ये शिलाएं.
भारतीय शिलाओं को वहां एक प्रकार से पूजा जाता है और उनका संरक्षण किया जाता है. कम लोगों को पता होगा कि भारत की तरह दक्षिण कोरिया में भी विवाह समारोह में वर और वधू के नाम से दो पेटियां रखी जाती हैं, जिसमें रिश्तेदार और स्नेहीजन भेंट राशि डालते हैं.
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: