🥀🥀🌹🥀कर्ण वाण चलाते हैं तो अर्जून का रथ 2 फिट पीछे घुसुक जाता है
Автор: ASHU VLOGS
Загружено: 2024-08-28
Просмотров: 434
Описание:
🥀🥀🌹🥀कर्ण वाण चलाते हैं तो अर्जून का रथ 2 फिट पीछे घुसुक जाता है#ytshorts#ytshortsvideo#ytviral🥀🥀🌹🌹
क्यों अर्जुन ने कर्ण को उस समय मारा जब कर्ण का रथ धरती में फंसा हुआ था? पहले क्यों नहीं मारा?
क्यों अर्जुन ने कर्ण को उस समय मारा जब कर्ण का रथ धरती में फंसा हुआ था? पहले क्यों नहीं मारा?
कृते प्रतिकृतिं कुर्याद्विंसिते प्रतिहिंसितम्।
तत्र दोषं न पश्यामि शठे शाठ्यं समाचरेत्॥
अर्थात- जो जैसा करे उसके साथ वैसा ही करो। जो तुम्हारी हिंसा करता है, तुम भी उसकी हिंसा करो! इसमें मैं कोई दोष नहीं मानता, शठ के साथ शठता ही करने में उपाय पक्ष का लाभ है।
उन्होंने विदुर नीति के इस श्लोक को जीवन मे उतार दिया, अन्यथा सनातन धर्मी इसी चिंता में दुबले हुए जाते कि अगर कोई मुझे मारे या दुर्व्यवहार करे और मैं भी उसके साथ वैसा ही करूँ तो उसमे और मुझमें अंतर ही क्या रह जायेगा!!
कृष्ण ने यही समझाया कि अंतर होना भी नही चाहिए।
अगर औरंगजेब ने राम मंदिर क
संबंधित सवाल (और जवाब नीचे)
क्या सच में कर्ण इतना बलशाली था कि अर्जुन को युद्ध में मार सकता था ?
42,818 बार देखा गया
कैसे कर्ण ने गुप्त रूप से अर्जुन के प्राण बचाये थे?
24,083 बार देखा गया
अर्जुन और कर्ण में कौन सबसे अधिक शक्तिशाली था?
18,344 बार देखा गया
कर्ण अर्जुन से कितनी बार हारे थे?
अर्जुन, कर्ण और एकलव्य में से सबसे बेहतर धनुर्धारी कौन था
अर्जुन का मारना कर्ण का मरना, रथ के पहिए का धँसा होना। ये सब परिस्थितियां कर्ण को मिले श्राप की वजह से उत्पन्न हुईं।
अर्जुन की ओर से यह रणनीति क्यों अपनाई गई। उसके कारण क्या हो सकते हैं। मेरे विचार से
कर्ण कुशल योद्धा था, उसे क्षमादान देना, या जीवनदान देना गलत निर्णय हो सकता था। ऐसे में वह पांडवों का ज्यादा से ज्यादा अहित करता और युद्ध को लंबा खींचता।
कर्ण युद्ध से भागने में भी कुशल था। वह विराट युद्ध, गन्धर्वों से युद्ध में पीठ दिखाकर भाग चुका था। शत्रु को भाग जाने का अवसर देना मूर्खता होती।
कर्ण युद्धभूमि में था। उसने न हार मानी थी न शरण माँगी थी। तो अर्जुन को दया दिखाने की कोई आवश्यकता न थी।
कर्ण अस्त्र शस्त्रों से विहीन हो चुका था। ब्रह्मास्त्र विद्या भूल चुका था। शरीर से भी थक चुका था। दिव्य कवच विहीन होने से मृत्यु का भी भय था। ऐसी स्थिति में उसकी मंशा वहाँ से भाग जाने की या रथ का पहिया निकालने के बहाने अर्जुन का समय नष्ट करने की थी। अर्जुन उसके किसी तिकड़म में फँसना नहीं चाहते थे।
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: