पोल्ट्री फार्म में ई. कोलाई संक्रमण का समाधान, 3Ecol से प्राकृतिक उपचार | अश्वमेध मेडिकेयर
Автор: Ashwamedh Group
Загружено: 2024-10-06
Просмотров: 20
Описание:
पोल्ट्री फार्मिंग आजकल "व्हाइट-कॉलर" पेशे के रूप में जानी जाती है, जो किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आय स्रोत है। किसान अपने पक्षियों की देखभाल अपने बच्चों की तरह करते हैं और उन्हें उच्च स्तर की प्रबंधन में रखते हैं। लेकिन, फार्म में स्वच्छता की कमी और मक्खियों की अधिकता से ई. कोलाई जैसे संक्रमण का खतरा रहता है, जिससे पक्षियों में दस्त और भारी मृत्यु दर हो सकती है। 🦠
आजकल कई एंटीबायोटिक्स काम नहीं कर रहे हैं क्योंकि पक्षियों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रही है। लेकिन अब चिंता की बात नहीं! 3Ecol लाया है समाधान! 🌿 अश्वमेध मेडिकेयर द्वारा विकसित यह पॉलीहर्बल फॉर्मूलेशन प्राकृतिक पौधों के पोषक तत्वों, एल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स, टरपीन और टैनिन का उपयोग करता है। इसमें एसकॉर्बिक एसिड और निचले पीएच स्तर के साथ, यह ई. कोलाई बैक्टीरिया के विकास के लिए प्रतिकूल वातावरण बनाता है।
✅ 3Ecol आपके फार्म में:
ई. कोलाई की आबादी को हानिकारक स्तर से नीचे रखता है
पक्षियों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
संक्रमण के जोखिम को कम करता है
पक्षियों की सेहत और फार्म की उत्पादकता को बनाए रखता है
डोज़:
20 दिन से कम उम्र के पक्षियों के लिए 1000 पक्षियों पर 150 मिली.
20 दिन से अधिक उम्र के पक्षियों के लिए 1000 पक्षियों पर 200 मिली. (ब्रोइलर और लेयर फार्मरों के लिए)
पानी में डोज़: 3 घंटे के लिए पानी में मिलाकर सुबह जल्दी दें, लगातार 3-4 दिनों तक।
अब उच्च मृत्यु दर से छुटकारा पाएं और स्वस्थ, मजबूत पक्षियों का स्वागत करें! 🐣
#पोल्ट्रीफार्मिंग #3Ecol #पक्षियोंकीसेहत #EcoliManagement #अश्वमेधमेडिकेयर #प्राकृतिकसमाधान #स्वस्थफार्म #उत्पादकताफा
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: