ycliper

Популярное

Музыка Кино и Анимация Автомобили Животные Спорт Путешествия Игры Юмор

Интересные видео

2025 Сериалы Трейлеры Новости Как сделать Видеоуроки Diy своими руками

Топ запросов

смотреть а4 schoolboy runaway турецкий сериал смотреть мультфильмы эдисон
Скачать

Green house farming | Capsicum farming in Green house / शिमला मिर्च की खेती | mulching farming video

Green house farming

capsicum farming video

शिमला मिर्च की खेती

ग्रीन हाउस में फार्मिंग

शिमला मिर्च की खेती का वीडियो

capsicum farming in India

पॉलीहाउस कैप्सिकम फार्मिंग

पॉलीहाउस फार्मिंग वीडियो

capsicum farming

वैरायटी ऑफ़ कैप्सिकम

वैरायटी ऑफ़ कैप्सिकम फार्मिंग

शिमला मिर्च की खेती की जानकारी

मल्चिंग सेट की जानकारी

munching seet

Автор: Gyan ka Deepak

Загружено: 2025-10-16

Просмотров: 36

Описание: ग्रीनहाउस में शिमला मिर्च की खेती: एक सुनहरा अवसर
आधुनिक तकनीक से करें बंपर कमाई, साल भर पाएं बेहतर उपज और गुणवत्ता
बदलते मौसम और खेती में बढ़ते जोखिमों के बीच, ग्रीनहाउस या पॉलीहाउस में शिमला मिर्च की खेती किसानों के लिए एक अत्यंत लाभकारी विकल्प बनकर उभरी है। यह तकनीक न केवल फसल को प्रतिकूल मौसम से बचाती है, बल्कि इससे उपज की गुणवत्ता और मात्रा में भी भारी वृद्धि होती है। सही जानकारी और तकनीक के साथ आप इस मुनाफे की खेती में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
ग्रीनहाउस में शिमला मिर्च की खेती क्यों है फायदेमंद?
बे-मौसमी खेती: ग्रीनहाउस में बाहरी वातावरण का फसल पर कोई असर नहीं होता, जिससे आप साल भर शिमला मिर्च का उत्पादन कर सकते हैं और बाजार में बेहतर दाम पा सकते हैं।
अधिक उत्पादन: नियंत्रित वातावरण और पोषक तत्वों की सटीक आपूर्ति से प्रति पौधा उपज में कई गुना वृद्धि होती है। जहाँ पारंपरिक खेती में प्रति एकड़ 80-100 क्विंटल उपज होती है, वहीं ग्रीनहाउस में यह 400-500 क्विंटल तक पहुँच सकती है।
उत्कृष्ट गुणवत्ता: ग्रीनहाउस में उगाई गई शिमला मिर्च का आकार, रंग और चमक बेहतर होती है, जिससे बाजार में इसकी मांग और कीमत दोनों अच्छी मिलती है।
रोग और कीटों से सुरक्षा: बंद वातावरण होने के कारण फसल का कीटों और बीमारियों से बचाव होता है, जिससे कीटनाशकों का खर्च कम हो जाता है और जैविक खेती को बढ़ावा मिलता है।
पानी की बचत: ड्रिप सिंचाई प्रणाली के उपयोग से पानी की खपत 50% तक कम हो जाती है, क्योंकि पानी सीधे पौधों की जड़ों तक पहुँचता है।
ग्रीनहाउस में शिमला मिर्च की खेती की उन्नत तकनीक
1. सही किस्म का चुनाव:
ग्रीनहाउस के लिए अनिश्चित वृद्धि वाली (indeterminate) संकर किस्में सबसे उपयुक्त होती हैं, जैसे कि ओरोबेल (पीली), बॉम्बे (लाल) और इंद्रा (हरी)। ये किस्में लंबी अवधि तक फल देती हैं।
2. नर्सरी की तैयारी:
स्वस्थ पौध तैयार करने के लिए प्रो-ट्रे का उपयोग करें। कोकोपीट, वर्मीक्यूलाइट और पर्लाइट के मिश्रण में बीज बोएं। लगभग 30-35 दिनों में पौधे रोपाई के लिए तैयार हो जाते हैं।
3. खेत और बेड की तैयारी:
ग्रीनहाउस की मिट्टी को अच्छी तरह से जुताई कर समतल बना लें। मिट्टी का pH मान 6.0 से 6.5 के बीच होना चाहिए। 90 सेंटीमीटर चौड़ी और 30 सेंटीमीटर ऊँची उठी हुई क्यारियाँ (बेड) बनाएं। दो क्यारियों के बीच 50-60 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
4. रोपाई और दूरी:
पौधों की रोपाई शाम के समय या ठंडे मौसम में करें। एक बेड पर दो पंक्तियों में ज़िग-ज़ैग तरीके से पौधे लगाएं। पौधे से पौधे की दूरी 40-45 सेंटीमीटर और पंक्ति से पंक्ति की दूरी 50 सेंटीमीटर रखें।
5. सिंचाई और पोषक तत्व प्रबंधन (फर्टिगेशन):
ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग करें। पानी में घुलनशील उर्वरकों (NPK) को ड्रिप के माध्यम से सीधे पौधों की जड़ों तक पहुँचाया जाता है, जिसे फर्टिगेशन कहते हैं। यह पौधों के विकास की विभिन्न अवस्थाओं के अनुसार किया जाता है।
6. पौधों को सहारा देना और छंटाई (ट्रेनिंग और प्रूनिंग):
शिमला मिर्च के पौधे नाजुक होते हैं और फलों के वजन से टूट सकते हैं। इसलिए, उन्हें नायलॉन की रस्सियों या तारों से सहारा देना आवश्यक है। पौधे को स्वस्थ रखने और बेहतर फल प्राप्त करने के लिए समय-समय पर पत्तियों और शाखाओं की छंटाई की जाती है। आमतौर पर 2-4 मुख्य शाखाओं को बढ़ने दिया जाता है।
7. तापमान और आर्द्रता का नियंत्रण:
ग्रीनहाउस के अंदर का तापमान दिन में 25-30 डिग्री सेल्सियस और रात में 18-20 डिग्री सेल्सियस तथा आर्द्रता 60-70% के बीच बनाए रखना आदर्श होता है। इसके लिए फॉगर्स और वेंटिलेशन का उपयोग किया जाता है।
तुड़ाई और उपज
रोपाई के लगभग 70-80 दिनों के बाद फलों की पहली तुड़ाई शुरू हो जाती है। जब फल आकर्षक रंग और उचित आकार के हो जाएं, तो उन्हें तेज चाकू या कैंची से काट लें। एक अच्छी तरह से प्रबंधित ग्रीनहाउस में एक पौधे से 5-7 किलोग्राम तक उपज प्राप्त की जा सकती है, जो 8-10 महीने की फसल अवधि तक चलती है।
लागत और मुनाफा
हालांकि ग्रीनहाउस स्थापित करने की शुरुआती लागत अधिक होती है, लेकिन सरकार द्वारा राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (NHB) के माध्यम से 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। उच्च उत्पादन और बेहतर बाजार मूल्य के कारण किसान कुछ ही वर्षों में अपनी लागत निकालकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
निष्कर्षतः, ग्रीनहाउस में शिमला मिर्च की खेती एक वैज्ञानिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण है जो किसानों की आय को दोगुना करने की क्षमता रखता है। यह तकनीक कृषि के भविष्य की एक उज्ज्वल तस्वीर है #capsicum

Не удается загрузить Youtube-плеер. Проверьте блокировку Youtube в вашей сети.
Повторяем попытку...
Green house farming | Capsicum farming in Green house / शिमला मिर्च की खेती | mulching farming video

Поделиться в:

Доступные форматы для скачивания:

Скачать видео

  • Информация по загрузке:

Скачать аудио

Похожие видео

© 2025 ycliper. Все права защищены.



  • Контакты
  • О нас
  • Политика конфиденциальности



Контакты для правообладателей: [email protected]