ycliper

Популярное

Музыка Кино и Анимация Автомобили Животные Спорт Путешествия Игры Юмор

Интересные видео

2025 Сериалы Трейлеры Новости Как сделать Видеоуроки Diy своими руками

Топ запросов

смотреть а4 schoolboy runaway турецкий сериал смотреть мультфильмы эдисон
Скачать

बेड़ी वाले हनुमानजी की कहानी। हनुमान जी को लोहे की जंजीरों में क्यों बांधा?

Автор: Shashwat Drishti

Загружено: 2025-11-06

Просмотров: 149

Описание: बेड़ी हनुमान मंदिर के अद्भुत रहस्य। हनुमान जी को लोहे की जंजीरों में क्यों बांधा?
radhanaam1482

जहां श्रद्धा, शक्ति और भक्ति का संगम होता है। कहा जाता है कि यहां हनुमानजी अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। इस स्थान की विशेषता है कि यहां हनुमानजी को बेड़ी (जंजीरों) में बांधा गया है — प्रतीक स्वरूप कि वे अपने भक्तों के लिए बंधन में भी सेवा और रक्षा करते रहते हैं।
यह स्थान केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र है। यहां आने वाले भक्त अपनी समस्याओं से मुक्त होकर नई ऊर्जा और विश्वास से भर जाते हैं।
जय बजरंगबली
बेदिवाला हनुमानजी मंदिर
हनुमान जी की कथा
बेड़ी वाले हनुमानजी का रहस्य
हनुमान मंदिर, भक्तिमय कथा
चमत्कारी हनुमान मंदिर
बजरंगबली मंदिर, बेड़ी में बंधे हैं हनुमानजी
हनुमानजी के चमत्कार, आस्था स्थल # शाश्वत दृष्टि # अध्यात्मिक सागर
अध्यात्मिक ज्ञान और
#बेदिवालाहनुमानजी #हनुमानजी
#बजरंगबली #हनुमानभक्ति #भक्तिकथा
#हनुमानमंदिर #आस्था #चमत्कारीहनुमान
#जयहनुमान #हनुमानदर्शन

Не удается загрузить Youtube-плеер. Проверьте блокировку Youtube в вашей сети.
Повторяем попытку...
बेड़ी वाले हनुमानजी  की कहानी। हनुमान जी को लोहे की जंजीरों में क्यों बांधा?

Поделиться в:

Доступные форматы для скачивания:

Скачать видео

  • Информация по загрузке:

Скачать аудио

Похожие видео

भागवत से जानें क्या है भगवत गीता और श्रीमद् भागवत में Difference? | Dharma Live #shorts #geeta

भागवत से जानें क्या है भगवत गीता और श्रीमद् भागवत में Difference? | Dharma Live #shorts #geeta

गुरु बनाने से पहले यह जरूर सुन लें | Premanand Ji Maharaj

गुरु बनाने से पहले यह जरूर सुन लें | Premanand Ji Maharaj

© 2025 ycliper. Все права защищены.



  • Контакты
  • О нас
  • Политика конфиденциальности



Контакты для правообладателей: [email protected]