ycliper

Популярное

Музыка Кино и Анимация Автомобили Животные Спорт Путешествия Игры Юмор

Интересные видео

2025 Сериалы Трейлеры Новости Как сделать Видеоуроки Diy своими руками

Топ запросов

смотреть а4 schoolboy runaway турецкий сериал смотреть мультфильмы эдисон
Скачать

नारायण वो ही है जिन्होंने तीन पग से नापा सारा जग था जी | krishna poetry mahabharat | Arg Poetry

Arg Poetry

Arg Poetry The Voice Of Heat

Hindi Kavita

Kavita jo dill chu jaye

हिन्दी शायरी

Ajay Raj Gupta poetry

नारायण वो ही है जिन्होंने तीन पग से नापा सारा जग था जी | krishna poetry mahabharat | Arg Poetry

krishna poetry mahabharat

krishna poetry

radha krishna poetry

mahabharat poetry

mahabharat poetry in hindi

mahabharat poetry whatsapp status

महाभारत poetry

mahabharat krishna poetry

arjun virat yudh in mahabharat

arjun poetry

arjun poem mahabharat

Автор: Arg Poetry

Загружено: 2022-05-11

Просмотров: 110

Описание: नारायण वो ही है जिन्होंने तीन पग से नापा सारा जग था जी | krishna poetry mahabharat | Arg Poetry
Join this channel to get access to perks:
   / @argpoetry  

आपको हमारी आज की कविता अच्छी लगी तो हमारे इस वीडियो को लाइक जरुर करे , और आपको ये वीडियो कैसी लगी कॉमेंट कर के जरूर बताएं ।
➡️ आप मुझे सोसल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते हो जिसका लिंक मैने नीचे दिया है

👉 Instagram   / arg_poetry  

👉 Art channel-   / drawwithvidhi  

👉 YouTube -   / argpoetry  

👉 Facebook- https://www.facebook.com/profile.php?...

👉Twitter-  / argpoetry  

➡️Lycris -

महाभारत की मिट्टी से छुपा हुआ इतिहास सुनाता हूं
आज मैं तुम्हे श्री कृष्ण की महिमा बतलाता हूं

धर्म अधर्म में जो फसे मूर्ख है
जरा आंखें खोलो जी
कृष्ण को कहने वाले छलिया जरा अपना चरित्र तुम धो लेना जी

जब जब धरती पे हे अत्याचार बढ़ा
तब तब कृष्ण ने जन्म लिया था जी
सतयुग से कलयुग तक की आज मैं तुम्हे सत्य सुनाऊं गा जी
छलिया कहा है जिसे तुमने उनकी गाथा सुनता हूं

की जल मगन हुई पृथ्वी हरगीर्व का आतंक फेल गया था जी
मतस्त्य अवतार लिया था सबसे पहले
और हयग्रीव से इस धरती से उन्होंने ही मुक्त किया था जी
गाथा ये इतिहास का हमे ये हमे सीखाता है
बुराई चाहें हो कितनी भी शक्तिशाली सत्य ही अंत मे जीत जाता है

हुआ जब समय समुद्र मंथन का देव दानव को भी उस वक्त एक किया था जी
लिया था तब प्रभु ने क्रमू अवतार
और समुंदर मंथन किया था जी

उस मंथन से निकला सवर्ण और अमृत सब ने उससे ही मोह किया था जी
पर जो प्रेम की इच्छा से मंथन किया थे , वो सिर्फ श्री कृष्ण थे जी

हर युग में प्रेम घोला वो परभु से ज्यादा मित्र बने थे जी
प्रलाद हो या अर्जुन वो सभी के हर पल साथ रहे थे जी ।
नरसिंह अवतार लेके एक बार फिर से इस धरती को उन्होने पाप मुक्त किया था जी
उसके अमृत के घमंड को भी चूर चूर किया था जी
किया उन्होंने सभी के घमंड का अंत था
नारायण वो ही है जिन्होंने तीन पग से नापा सारा जग था
बाली हो या हिरायण्य कश्यप डर सारा पापी नर था
जब पाप मुक्त करने स्वयं आया मेरा वो कृष्ण था
जब समय आया त्रेता का तो दुनिया को पितृज्ञान दिया था जी
पितृभक्ति में डूबो श्री राम ने लिया जन्म था जी

रावण का भी अंत किया और अपने पति धर्म के साथ पुत्र धर्म का भी मान रखा था जी
ऐसे ही नही होता हर कोई आदर्श पुरुषुतम श्री राम जी
जब समय आया द्वापर का तब उन्होंने ने ही प्रेम बाटा था जी
राधा संग कृष्ण और इस जग को मित्र धर्म भी सिखलाया था जी

©®Ajay Raj Gupta (Arg poetry)


#Arg_poetry #mahabhart_poetry #krishnapoetry

Не удается загрузить Youtube-плеер. Проверьте блокировку Youtube в вашей сети.
Повторяем попытку...
नारायण वो ही है जिन्होंने तीन पग से नापा सारा जग था जी | krishna poetry mahabharat | Arg Poetry

Поделиться в:

Доступные форматы для скачивания:

Скачать видео

  • Информация по загрузке:

Скачать аудио

Похожие видео

© 2025 ycliper. Все права защищены.



  • Контакты
  • О нас
  • Политика конфиденциальности



Контакты для правообладателей: [email protected]