ycliper

Популярное

Музыка Кино и Анимация Автомобили Животные Спорт Путешествия Игры Юмор

Интересные видео

2025 Сериалы Трейлеры Новости Как сделать Видеоуроки Diy своими руками

Топ запросов

смотреть а4 schoolboy runaway турецкий сериал смотреть мультфильмы эдисон
Скачать

पैंगोलिन जानवर के बारे में || About Pangolin animal |🐁🐁|@Science Gyan

amazing facts about animal

about animals

fact video

Pangolin animal

biology

पैंगोलिन जानवर कहां पाया जाता है

पैंगोलिन जानवर कैसा दिखता है

पैंगोलिन 1 साल में कितने बच्चे देता है

पैंगोलिन कितना लंबा होता है

पैंगोलिन जानवर से क्या दवाइयां बनती हैं

पैंगोलिन जानवर से कौन सी दवाइयां बनती हैं

Автор: Suraag ki Aag

Загружено: 2023-01-28

Просмотров: 807

Описание: पैंगोलिन जानवर के बारे में || About Pangolin animal |🐁🐁|@Science Gyan

पैंगोलिन की मुख्यता 8 प्रजातियां पाई जाती हैं जिनमें कुछ प्रजातियां अफ्रीका और कुछ प्रजातियां एशिया में पाई जाती हैं
पैंगोलिन को काफी सारे नामों से जाना जाता है अलग-अलग देशों में अलग-अलग नाम होते हैं लेकिन भारत में इसको ब्रज शलक ,चींटी खोर और सल्लू सांप के नाम से जाना जाता है

पैंगोलिन के दांत नहीं होते इसके शरीर पर चारों तरफ से शलक आकार की आकृति बनी होती है जो कि काफी मजबूत होती है

इसकी लंबाई 3 मीटर के आसपास होती है और वजन की बात करें तो 35 से 40 किलो के बीच होता है

या जो लगभग 15 से 20 वर्ष तक आसानी से जिंदा रह सकता है

पैंगोलिन की विश्व भर में सबसे अधिक मात्रा में तस्करी की जाती है या एक विलुप्त होने वाली प्रजाति है

पैंगोलिन 1 साल में एक ही बच्चे को जन्म देता है बच्चा 3 से 4 महीने तक बिल में ही रहता है

जन्म के वक्त यह लगभग 6 इंच लंबा होता है

पैंगोलिन की सड़क से दवाइयां बनती हैं जो कि बहुत ज्यादा कीमत की होती हैं

धन्यवाद आप सभी का

Не удается загрузить Youtube-плеер. Проверьте блокировку Youtube в вашей сети.
Повторяем попытку...
पैंगोलिन जानवर के बारे में || About Pangolin animal |🐁🐁|@Science Gyan

Поделиться в:

Доступные форматы для скачивания:

Скачать видео

  • Информация по загрузке:

Скачать аудио

Похожие видео

© 2025 ycliper. Все права защищены.



  • Контакты
  • О нас
  • Политика конфиденциальности



Контакты для правообладателей: [email protected]