Margshirsh amavshya vart katha।? अमावस्या व्रत कथा,महत्व और पितृ दोष निवारण के उपाय,
Автор: Devotional katha with bhawna
Загружено: 2025-11-19
Просмотров: 60
Описание:
मार्गशीर्ष अमावस्या की कथा और व्रत के लाभ | कैसे पाएं पितरों का आशीर्वाद।Margshirsh amavshya vart katha। amavshya vart katha मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व |
इस वीडियो में जानिए:
मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और इसके आध्यात्मिक लाभ।
मार्गशीर्ष अमावस्या की व्रत कथा और पितरों की शांति के उपाय।
पितृ दोष, संतानहीनता और शुभता के लिए क्या करें इस खास दिन।
इस दिन किए गए दान-पुण्य और पूजा विधि से कैसे मिलता है आशीर्वाद और सुख।
मार्गशीर्ष माह में श्री कृष्ण भक्ति और व्रत के विशेष लाभ।
Margshirsh amavshya vart katha। amavshya vart katha। अमावस्या व्रत कथा। अमावस्या की कहानी ।।
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन क्या करें:
पितरों की पूजा और तर्पण विधि।
दान देने के विशेष उपाय: तिल, सरसों का तेल, और गर्म कपड़े।
घर में शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण मंत्रों का उच्चारण।
इस दिन के पुण्य और देवों से आशीर्वाद पाने के सरल तरीके।
अगर आप भी पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं और मार्गशीर्ष अमावस्या के विशेष लाभ का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस वीडियो को अंत तक देखें और अपने जीवन में सुख, समृद्धि और आशीर्वाद पाएं।
Margshirsh amavshya vart katha। amavshya vart katha। अमावस्या व्रत कथा। अमावस्या की कहानी ।।
मार्गशीर्ष अमावस्या की कहानी, मार्गशीर्ष अमावस्या कब है, क्यों मार्गशीर्ष अमावस्या का इतना महत्व है, अमावस्या की कहानी, मार्गशीर्ष अमावस्या व्रत क्यों किया जाता हैं, kin logo ko amavasya vart Krna chahiye, amavasya ki kahani kya hai, margshirsh amavasya 2025,vart ktha, amavasya ke din kya kare kya nhi, amavasya ka matalav, margshirsh amavasya ka matalav, ktha,vart, kb hai, मार्गशीर्ष अमावस्या इसलिए विशेष मानी जाती है क्योंकि यह वही तिथि है जब पितरों का आशीर्वाद सबसे आसानी से प्राप्त होता है. शास्त्रों में कहा गया है कि मार्गशीर्ष महीना स्वयं भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय मास है, इसलिए इस दिन किए गए कर्म विशेषकर तर्पण, दीपदान और अन्नदान सीधे पितृलोक तक पहुंचते हैं.
मार्गशीर्ष अमावस्या व्रत का महत्व
शास्त्रों में कहा गया है कि देवताओं से पहले पितरों को खुश करना चाहिए. जैसे श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या मनाई जाती है, उसी तरह अगहन अमावस्या पर व्रत रखने से भी पितर प्रसन्न होते हैं. अगर किसी की कुंडली में पितृ दोष हो, संतान सुख न मिल रहा हो, या भाग्य स्थान में राहू नीच का हो, तो इस अमावस्या का व्रत बहुत लाभ देता है. माना जाता है कि इस व्रत से पितर ही नहीं, बल्कि देवता, ऋषि और सभी जीव-जंतुओं की तृप्ति होती है.
#margshirsh amavasya,
#pitar pujan ,
#vart katha,
#dharmik mahtav,
#kirshan bhakti,
#margshirsh mahtv ,
#amavasya katha 2025
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: