क्या होता है मरने के बाद 47 दिन हमारे साथ ? सुने हैरान करने वाली दास्ताँ ! What happens after Death?
Автор: Brijnaari Sumi
Загружено: 2018-08-05
Просмотров: 1002622
Описание:
#Brijnaari
Know What Happens When We Die .! The Complete Truth ... ❤
👉 जानें मृत्यु के बाद मनुष्य की क्या गति होती है? उसे किन-किन योनियों में जन्म लेना पड़ता है? क्या प्रेत योनि से मुक्ति पाई जा सकती है? श्राद्ध और पिंडदान कैसे किया जाता है? श्राद्ध के कौन-कौन से तीर्थ हैं? मोक्ष कैसे मिल सकता है? इस बारे में विस्तार से वर्णन है। सूर्य की पूजा की विधि, दीक्षा विधि, श्राद्ध पूजा, नवव्यूह की पूजा विधि के बारे में बताया गया है। साथ ही साथ भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार और निष्काम कर्म की महिमा भी बताई गयी है। श्राद्ध में गरुण पुराण के पाठ से आत्मा को मुक्ति और मोक्ष मिलता है। इसीलिये श्राद्ध के 15 दिनों में जगह जगह गरुण पुराण के पाठ का आयोजन होता है। अपने पितरों और पूर्वजों को मुक्ति दिलाने के लिये, हर किसी को जरूर पढ़ना या सुन्ना चाहिए गरुण पुराण।
जब मृत्यु होती है तो प्रेत आत्मा वैतरणी नदी से यमलोक के छियासी हजार योजन के सफर पर प्रतिदिन दो सौ योजन चलता हुआ 47वें दिन यमलोक पहुंचता है ।यमलोक पहुंचने के लिए उसे वैतरणी पर करनी पड़ती है। वैतरणी यानी नरकलोक की नदी । वैतरणी' नाम की एक भौतिक नदी भारत के ओडिशा राज्य में है जो बालासोर जिला और कटक जिला की सीमा बनाती है। अच्छे कर्म करने वालो को इस नदी के रास्ते नहीं ले जाया जाता. इस नदी के बारे में जानकारी हमें पौराणिक ग्रंथो से भी प्राप्त होती है. यह माना जाता है की यह नदी नरक की ओर ले जाती है. इस नदी के संबंध में कुछ विद्वान इसे गंगा का रौद्र रूप भी कहते है. वैतरणी नदी का जिक्र महाभारत में भी हुआ है, महाभारत से वैतरणी नदी के बारे में जानकारी मिलती है की जब भागीरथी गंगा पितृलोक में बहती है तो वैतरणी कहलाती है.ऐसा माना जाता है की नदी में पानी नहीं बहता बल्कि रक्त और पस बहती है. कुछ का तो ये मानना है की इस नदी में केवल धुंआ होता है. इस नदी में भयंकर जीव जंतु मौजूद रहते है.
जो मनुष्य इस गरुडपुराण-सारोद्धार को सुनता है, चाहे जैसे भी इसका पाठ करता है, वह यमराज की भयंकर यातनाओं को तोड़कर निष्पाप होकर स्वर्ग प्राप्त करता है।🙏❤
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: