झारखंड का सबसे बड़ा ऐतिहासिक राजी पाड़हा मुड़मा जतरा देखिए वर्ष 2025 पूरे भाव तरीके से मनाया गया
Автор: Mr Kujur02
Загружено: 2025-10-10
Просмотров: 347
Описание:
झारखंड का ऐतिहासिक मुड़मा जतरा एक प्रमुख आदिवासी मेला है, जो रांची से लगभग 28 किलोमीटर दूर मुड़मा गांव में आयोजित होता है। यह आयोजन दशहरा के दसवें दिन किया जाता है और उरांव समाज के लिए इसका विशेष महत्व है।
मुड़मा जतरा की शुरुआत कैसे हुई, इसे लेकर कई लोककथाएं प्रचलित हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि उरांव लोग दक्षिण भारत से पलायन कर यहां आए थे और मुंडा जनजाति के साथ समझौते के बाद इस क्षेत्र में बस गए। इस समझौते की स्मृति में ही मुड़मा जतरा का आयोजन किया जाता है।
मुड़मा जतरा के मुख्य आकर्षण:
*जतरा खूंटा*: यह मुड़मा जतरा का केंद्र बिंदु है, जिसे शक्ति और एकता का प्रतीक माना जाता है।
*पड़हा व्यवस्था*: मुड़मा जतरा में 40 पड़हा गांवों के उरांव सदस्य भाग लेते हैं, जो अपनी विशिष्ट पहचान, झंडे, वाद्ययंत्र और पारंपरिक पोशाकों के साथ जतरा स्थल में प्रवेश करते हैं।
*सांस्कृतिक कार्यक्रम*: मुड़मा जतरा में उरांव समाज के पारंपरिक नृत्य-गान, लोकगीत और उत्सव प्रस्तुत किए जाते हैं।
मुड़मा जतरा का महत्व:
*ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व*: मुड़मा जतरा उरांव समाज के इतिहास और संस्कृति का जीवंत प्रतीक है।
*सामाजिक एकता*: यह आयोजन उरांव समाज की सामूहिक एकता और सहयोग का प्रतीक है।
*परंपरा और आस्था*: मुड़मा जतरा उरांव समाज की परंपरा और आस्था का प्रतीक है, जो पीढ़ियों से चली आ रही है।
वीडियो अच्छा लगे तो लाइक कमेंट शेयर और मेरे चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: