रुद्राक्ष के 14 चमत्कारिक प्रकार, करते हैं इच्छा पूरी
Автор: Vanity News
Загружено: 2019-01-10
Просмотров: 105
Описание:
Subscribe to / renukasindiankitchen for mouth watering Indian Food Recipes Support Vanity News by Shopping on Amazon
https://www.amazon.in/shop/vanitynews (affiliate)
Support Vanity News by Shopping on Amazon https://www.amazon.in/shop/vanitynews (affiliate) रुद्राक्ष के 14 चमत्कारिक प्रकार, करते हैं इच्छा पूरी
यह हम सभी जानते हैं कि भगवान शिव को खुश करना बहुत आसान है। भगवान शिव इतने भोले हैं कि जो भी उन्हें सच्चे मन से याद करता है, वह उसकी हर इच्छा ज़रूर से पूरी करते हैं। यह भी एक कारण है कि विनाशक की भूमिका निभाने वाले भगवान शिव को उनके भक्त भोलेनाथ कहकर भी पुकारा करते हैं।
रुद्राक्ष की उत्पत्ति कैसे हुई
कई सालों तक तपस्या में लीन रहे भगवान शिव ने जब अपनी आंखें खोली तब उनकी आंखों में से आंसू की बूंदे धरती पर जा गिरी… बस उसी जगह जहां भगवान शिव की आंख का आंसू गिरा था, वहां एक रुद्राक्ष का पेड़ बन गया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भगवान शिव के आंसू कहे जाने वाले रुद्राक्ष कुल 14 प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक व्यक्ति की अलग-अलग इच्छाओं को पूरा करने की चमत्कारिक शक्ति है। ऐसी मान्यता है कि पूरे विधि-विधान और शिव के आशीर्वाद के साथ अगर रुद्राक्ष को पहना जाए, तो उसे पहनने मात्र से ही आपकी सारी चिंताएं दूर हो जाएंगी।
रुद्राक्ष के 14 प्रकार और उनकी चमत्कारी शक्तियां
• एक मुखी रुद्राक्ष
यह बहुत कम लोग जानते हैं कि एक मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव के सबसे करीब माना जाता है। ऐसे लोग जो धन-दौलत और साथ ही भौतिक चीजों का मोह रखते हैं, उन्हें एक मुखी रुद्राक्ष धारण ज़रूर से करना चाहिए। ध्यान रहें कि रुद्राक्ष धारण करने से पहले “ऊँ ह्रीं नम:” मंत्र का जाप अवश्य से करें।
• दो मुखी रुद्राक्ष
वहीं, शिव का दो मुखी रुद्राक्ष आपकी हर इच्छा पूरी करने की क्षमता रखता है। आप इसे धारण करते समय “ॐ नम:” का जाप करना ना भूलें।
• तीन मुखी रुद्राक्ष
बता दें कि व्यक्ति की हर इच्छा को पूरा करने का सबसे तेज माध्यम माना जाता है तीन मुखी रुद्राक्ष। मात्र इसे पहन लेने से ही आपकी सारी इच्छाएं जल्दी-से-जल्दी पूरी हो जाएंगी। याद रहें कि इसे पहनते समय “ऊँ क्लीं नम:” का जाप ज़रूर से करें।
• चार मुखी रुद्राक्ष
क्या आप जानते हैं कि चार मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्मा का ही स्वरूप कहा जाता है… मात्र इसे धारण कर लेने से ही व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति ज़रूर होती है। इसे धारण करने का मंत्र है “ऊँ ह्रीं नम:।“
• पांच मुखी रुद्राक्ष
बात अगर पांच मुखी रुद्राक्ष की करें तो वह लोग जो अपनी हर परेशानी से छुटकारा पाना चाहते हैं, उन्हें यह रुद्राक्ष जितनी जल्दी हो सके ज़रूर से धारण कर लेना चाहिए वह भी इस मंत्र के साथ – “ऊँ ह्रीं नम:”
• छ: मुखी रुद्राक्ष
दिलचस्प बात यह है कि इस रुद्राक्ष को कार्तिकेय का रूप कहा जाता है। वह लोग जो इसे धारण करते हैं, उन्हें ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति मिल जाती है। इसे धारण करने का मंत्र है – “ॐ ह्रीं हुम नम:”।
• सात मुखी रुद्राक्ष
दूसरी ओर ऐसे लोग जिन्हें अत्याधिक धन की हानि हुई है और उनके पास इससे उबरने का कोई तरीका नहीं है तो उन्हें इस रुद्राक्ष यानि कि सात मुखी रुद्राक्ष को पहन लेना चाहिए। ध्यान रखें कि इसे धारण करने से पहले “ऊँ हुं नम:” का जाप करना ना भूलें।
• आठ मुखी रुद्राक्ष
वहीं, जो लोग रोग मुक्त जीवन जीने की चाह रखते हैं उनके लिए यह आठ मुखी रुद्राक्ष बहुत उपयोगी है। इस रुद्राक्ष के लिए मंत्र है – “ॐ हुम नम:”
• नौ मुखी रुद्राक्ष
बता दें कि इस खास रुद्राक्ष को नौ देवियों का स्वरूप कहा जाता है। समाज में प्रतिष्ठा की चाह रखने वाले लोगों को यह नौ मुखी रुद्राक्ष ज़रूर से धारण करना चाहिए।
• दस मुखी रुद्राक्ष
यह बहुत कम लोग जानते हैं कि दस मुखी रुद्राक्ष को भगवान विष्णु का ही स्वरूप माना जाता है। हर प्रकार की खुशियों को पाने की चाह जो लोग रखते हैं उन्हें इस खास रुद्राक्ष को अवश्य पहनना चाहिए। इसका मंत्र है – “ॐ ह्रीं नम:”।
• ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को रुद्रदेव का स्वरूप माना जाता है। अगर आप अपने हर क्षेत्र में सफलता पाना चाहते हैं तो इसे ज़रूर से पहन लें। इसका मंत्र है – “ॐ ह्रीं हुम नम:”।
• बारह मुखी रुद्राक्ष
आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन सत्य यह है कि इस रुद्राक्ष को बालों में पहना जाता है। इसे धारण करने का मंत्र है – “ऊँ क्रौं क्षौं रौं नम:”।
• तेरह मुखी रुद्राक्ष
दोस्तों, विश्वदेव के स्वरूप में देखे जाने वाले इस रुद्राक्ष को पहनने वाले लोगों का सौभाग्य चमकने लग जाता है। ध्यान रहें कि बस इसे धारण करने से पहले – “ॐ ह्रीं नम:” मंत्र का जाप ज़रूर से कर लें।
• चौदह मुखी रुद्राक्ष
बताते चलें कि चौदह मुखी रुद्राक्ष को स्वयं भगवान शिव का ही स्वरूप कहा जाता है, जो समस्त पापों से मुक्ति दिलाता है। इसका मंत्र है – “ॐ नम:”।
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: