बैकुण्ठ चतुर्दशी पूजा विधि ॥ बैकुंठ चतुर्दशी पर कितने दीपक कहां और कब जलाएं ॥Bakunth Chaturdashi 
Автор: Shiv bhakti
Загружено: 2025-11-01
Просмотров: 101525
Описание:
बैकुंठ चतुर्दशी पूजा विधि,
#baikunthchaturdashipujavidhi,
#baikunthchaturdashikipujakasekare,
#baikunthchaturdashi2025
#हरिहरमिलन,
#baikunthchaturdashideepdan,
#बैकुठचतुर्दशीव्रतकथा,
#baikunthchaturdashipujavidhi,
Baikunth Chaturdashi 2021: बैकुंठ चतुर्दशी के ...बैकुंठ चतुर्दशी की पूजा विधि में भगवान विष्णु और शिव जी का अभिषेक किया जाता है। विष्णु जी को पीला चंदन, पीले फूल और तुलसी दल अर्पित करें, जबकि शिव जी को सफेद चंदन, धतूरा, बेलपत्र और भांग चढ़ाएं। पूजा के बाद आरती करें, मंत्रों का जाप करें और दीपदान करें।
पूजा विधि
स्नान और तैयारी: सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और अपने घर के मंदिर की सफाई करें।
जलाभिषेक: भगवान विष्णु और भगवान शिव का जलाभिषेक करें। शिव जी का अभिषेक पंचामृत और गंगाजल से करें।
भगवान विष्णु की पूजा:
विष्णु जी को पीला चंदन और पीले फूल अर्पित करें।
पूजा के दौरान घी का दीपक जलाएं।
मखाने की खीर का भोग लगा सकते हैं।
भगवान शिव की पूजा:
शिव जी को सफेद चंदन, धतूरा, बेलपत्र और भांग अर्पित करें।
आप शिव जी के बीज मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' का जप कर सकते हैं।
मंत्र जाप और आरती:
पूजा के दौरान 'ॐ नमः शिवाय' और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' जैसे मंत्रों का जाप करें।
अंत में, भगवान विष्णु और शिव जी की आरती करें और क्षमा प्रार्थना करें।
दीपदान: बैकुंठ चतुर्दशी पर दीपदान करने का विशेष महत्व है। अपनी सामर्थ्य के अनुसार मंदिर, पवित्र कुंड या वृक्षों पर घी के दीपक जलाएं।
दान-पुण्य: इस दिन ब्राह्मणों, गरीबों और गौशाला में दान करना भी शुभ माना जाता है।
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: