Part 1- Rajkumari ki bhakti ki jeet
Автор: Sanatan Satmarg
Загружено: 2025-09-04
Просмотров: 1579
Описание:
Part 1- Rajkumari ki bhakti ki jeet #bhakti #motivation #krishna #krishnastatus #jagannath
story
जैपुर के राजा की पुत्री मदन मोहन जी की सेवा करती थी तो राजा की पुत्री का विवाह हुआ करोली राजस्थान में जहां मदन मोहन जी अभी विराज थे तो पुत्री से राजा ने कहा बिटिया ये बताओ तुमारा विवाह है तुमको हम दैज में क्या दें वैसे � उसने कहा पिता जी मुझे सबसे ज़्यादा प्रेम श्री मदन मोहन जी से आप माता जी और पूरा परिवार गोविन देव जी गोपिनाच जी की सेवा किया करो मदन मोहन जी को मैं ले जाओं अपने साथ अपने ससुराल मैं इनकी सेवा करूँगी राजा रोने लगा अपनी � मुझे छमा कर दे बुत्री तो जो मागेगी सो दूंगा पर ये मेरे हिर्दे हैं मैं इनको नहीं दे सकता मैं बृण्डावन से मुगलों से बचा करके इनको लेके आया हूँ वैसे तो ठाकुर जी को बचने कोई आवश्यत थाकुर जी कृपा करके आये हैं जैपूर में आये है मदन मोहन जी, बोली पिता जी, गुविन देव जी, गोपिनाच जी है ना आपके पास मैं, एक ठाकुर जी मुझको दे दो, यहां राजा की जिदो गई नहीं दूँगा, पुत्री की जिदो गई की, मुझे तो चाहिए, नहीं तो मैं विदाई नहीं होंगी राजा की पत्नी ने भी कहा वितनी कह रही है तो आप दे दीजे ना हमारे पास दो ठाकूर हैं इनकी सेवा हम करेंगे विस्तार से और वैसे भी मदन मोहन जी की पूरी सेवा बच्पन से उसने ही की है तो राजा ने एक प्रस्ताव रखा . कि जिनमें से छह स्वरूप जो होंगे वह मैं बनवाऊंगा और एक स्वरूप वास्तविक मदनमोहन जी होंगे आंख पर पट्टी बांध करके तुझे स्पर्श करके अगर तूने असली मदनमोहन जी को पहचान लिया तो मैं यह मान जाऊंगा कि तू नहीं ठाकुर जी तेर ये प्रयोजन कीजिए। राजा ने महराज कारीगरों को बुलवाया और मदन मोहन जी के डिट्टो कौंपी साथ छे स्वरूप बनवाये।
Повторяем попытку...
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: