30 अक्टूबर कार्तिक आंवला नवमी, 1 हल्दी दीपक का उपाय माताएं बहनें जरूर करें Pradeep Ji Mishra
Загружено: 2025-10-30
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30 अक्टूबर कार्तिक आंवला नवमी, 1 हल्दी दीपक का उपाय माताएं बहनें जरूर करें Pradeep Ji Mishra
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आंवले कम से कम पांच आंवले यदि क्षमता हो तो 11 21 या 51 भी कर सकते हैं। पर मूलत पांच आंवले से भी फल मिलता है। हल्दी पाउडर एक चुटकी से आधा चम्मच तक हर दीपक पर उपयोग हेतु शुद्ध हल् घी तिल का तेल सरसों का तेल दीपक भरने के लिए गाय का घी सर्वश्रेष्ठ है। रुई की गोल बत्ती या छोटे चौड़े सूती वाती जैसा बटन सफेद तिल या चावल अक्षत दीपक पर चढ़ाने हेतु रोली कुमकुम चंदन दीपक तथा थाली तिलक के लिए फूल और पुष्प पंखुड़िया दीपक के आसपास सजाने के लिए छोटी तिल या थाली प्लेट जहां ये आंवले सजाए जाए जल लोटा पास में रखें दीपक के पास हल्का छिड़कने हेतु और समर्पण के लिए एक लाल लाल वस्त्र या छोटा तादात्म का कपड़ा आंवला को उस पर रखकर पूजा कर सकते हैं। दीपक रखने के लिए कपड़े या चावल फूल की पंखुड़ियां जमीन पर रखा ना करें अगर चाहो तो तुलसी की कुछ पत्तियां जिन पर आंवला दीपक मुहूर्त के बाद रखा जा सकता है। आंवला के दीपक मिट्टी आटे के दीपक की तरह नहीं बनते। यहां आंवले के फल को खुद दीपक की तरह उपयोग किया जाता है। फल में छोटा सा गड्ढा बनाकर उसमें बाती रखी जाती है और घी तेल भरा जाता है
दीपक रखने का स्थान
पहले पूजा स्थान घर का मंदिर यह प्रथम और सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान है यहां पांच प्रमुख स्थान घर का दीपक भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी के समक्ष रखा जाएगा। घर की दय सुरक्षा के लिए दूसरा घर का पानी स्थान नल पीने का पानी पानी जीवन और शुद्धता का संकेत है। यहां दीपक रखने से घर की समृद्धि और स्वास्थ्य बनी रहती है। तीसरा तुलसी कुंड के पास तुलसी माता लक्ष्मी विष्णु की प्रिय है। तुलसी के समीप दीपक रखने से दिव्य कनेक्शन और शीघ्र फल आता है। चौथा खुले में आकाश के नाम आकाश दान। चौथा दीपक बाहर खुले में आंगन में रखकर जलाएं। यह ब्रह्मांड को समर्पण आता है। नाम लोगरा का संकेत है। पांचवा मुख्य द्वार मेन गेट अंतिम दीपक मुख्य द्वार पर रखकर घर में आने जाने वाले सौभाग्य और समृद्धि को आकर्षित करता है। यदि तुम आंवले के पेड़ के नीचे जाकर दीपक जलाना चाहो। अगर पास में आंवला पेड़ उपलब्ध है तो वही सर्वोत्तम है। किंतु यदि घर में पेड़ ना हो तो ऊपर बताए पांचों स्थान पर थाली में रखकर दीपक जला देना पर्याप्त और उत्तम है।
समय मुहूर्त
उपय का समय मुहूर्त कब करना है? आंवला नवमी 30 अक्टूबर 2025 गुरुवार को इस उपाय का सर्वश्रेष्ठ समय प्रदोष काल शाम के समय सूर्यास्त के तुरंत बाद माना गया। यही समय सबसे शुभ है। यदि प्रदोष काल में ना कर पाए तो जीवित समय के पहले भाग अर्थात सूर्यास्त से ठीक पहले भी कर सकते हैं। पर प्रदोष सर्वोत्तम है। ध्यान रखें दीपक प्रज्वलन के बाद कम से कम 101 मिनट ध्यान करके मंत्र जाप करना अच्छा है। मंत्र जाप और संकल्प क्या बोले और कितनी बार उपाय करते समय
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