ycliper

Популярное

Музыка Кино и Анимация Автомобили Животные Спорт Путешествия Игры Юмор

Интересные видео

2025 Сериалы Трейлеры Новости Как сделать Видеоуроки Diy своими руками

Топ запросов

смотреть а4 schoolboy runaway турецкий сериал смотреть мультфильмы эдисон
Скачать

02 कर्मों का न्याय एवं निर्दोष विश्व JAINA CONVENTION 2025 CHICAGO

Автор: Vipin Jain Shastri

Загружено: 2025-07-06

Просмотров: 3876

Описание: "कर्मों का न्याय | Justice of Karma – The Jain Perspective for a Fair World"

जैन दर्शन में कर्म सिद्धांत को न्याय का परम स्रोत माना गया है, जो पूरी तरह निष्पक्ष और सार्वभौमिक है। यह सिद्धांत यह स्पष्ट करता है कि हर जीव को उसके कर्मों का फल न्यायसंगत रूप से प्राप्त होता है, बिना किसी भेदभाव के। चाहे कोई जाति, वर्ग, संप्रदाय, अमीरी-गरीबी हो, या भगवान की कृपा – कोई किसी को कर्मफल से बचा नहीं सकता। इस प्रकार कर्मों का न्याय सभी के लिए समान है। यह दर्शन हमें न केवल कर्मों की जिम्मेदारी स्वीकार करने की प्रेरणा देता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि दूसरों को दोष देने के बजाय अपने भीतर आत्मचिंतन करना आवश्यक है। आज के वैश्विक युग में, यह विचार सहिष्णुता, समता और सामाजिक शांति का मार्ग प्रशस्त करता है, जो एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण विश्व के निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह दर्शन हमें न केवल कर्मों की जिम्मेदारी स्वीकार करने की प्रेरणा देता है, बल्कि दूसरों को दोष देने के बजाय अपने भीतर आत्मचिंतन करने और सुधार के लिए सत्पथ पर चलने की दिशा दिखाता है। सत्पथ पर चलकर हम अपने जीवन में शांति, सहिष्णुता तथा समता का अनुभव कर सकते हैं। आज के वैश्विक युग में यह विचार सह-अस्तित्व और सामाजिक शांति के लिए एक सार्थक मार्ग प्रस्तुत करता है।



"निर्दोष विश्व | A Blameless World through Jain Karma Philosophy"

जैन कर्म दर्शन हमें एक ऐसे विश्व की कल्पना करने के लिए प्रेरित करता है जहाँ कोई दोषी नहीं होता क्योंकि हर व्यक्ति अपने कर्मों का स्वामी और उसके फल का भोगी होता है। जब हम इस सत्य को समझ लेते हैं कि सब अपने कर्मों का फल प्राप्त कर रहे हैं, तो आरोप-प्रत्यारोप का खेल समाप्त हो जाता है। ऐसा दृष्टिकोण हमें वीतराग मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, जहाँ हम कर्मों से आसक्ति त्यागकर आंतरिक शांति की ओर अग्रसर होते हैं। यह भावना स्वाध्याय और सामायिक जैसे आध्यात्मिक अभ्यासों में मन लगाने के लिए प्रेरित करती है, जिससे आत्मा की शुद्धि और आत्मदर्शन संभव होता है। दोष न होने की यह अनुभूति हमें न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि वैश्विक स्तर पर सहिष्णुता, समता और सामाजिक सौहार्द की ओर ले जाती है। इस प्रकार, जैन दर्शन का यह सन्देश आज के विश्व में शांति और सह-अस्तित्व के लिए अत्यंत प्रासंगिक है।

Не удается загрузить Youtube-плеер. Проверьте блокировку Youtube в вашей сети.
Повторяем попытку...
02 कर्मों का न्याय एवं निर्दोष विश्व JAINA CONVENTION 2025 CHICAGO

Поделиться в:

Доступные форматы для скачивания:

Скачать видео

  • Информация по загрузке:

Скачать аудио

Похожие видео

© 2025 ycliper. Все права защищены.



  • Контакты
  • О нас
  • Политика конфиденциальности



Контакты для правообладателей: [email protected]