Dussehra 2020 : जब दशमी 26 को तो दशहरा 25 को क्यों, जानिए राज
Автор: Webdunia Hindi
Загружено: 2020-10-22
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दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था। श्री राम के रावण पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में ही दशहरा का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को विजय दशमी भी कहा जाता है। वहीं, इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार भी किया था।
इस वर्ष दशहरा का त्योहार 25 अक्टूबर 2020 को मनाया जाएगा और मतांतर से 26 को भी मनाया जा रहा है।
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इस दिन सूर्य तुला राशि और चंद्रमा मकर राशि में होगा। धनिष्ठा नक्षत्र भी इसी दिन रहेगा। दीवाली से ठीक 20 दिन पहले दशहरा का पर्व आता है।
वर्ष 2020 में दशमी 26 अक्टूबर की मनाई जाएगी। जबकि दशहरा 25 अक्टूबर रविवार को है। सवाल यह कि जब दशमी 26 को तो दशहरा 25 को क्यों?
इसका कारण यह है कि दशहरा पर्व अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अपराह्न काल यानी दोपहर में मनाया जाता है।
इस काल की अवधि सूर्योदय के बाद दसवें मुहूर्त से लेकर बारहवें मुहूर्त तक की होती है।
अगर दशमी दो दिन के दोपहर काल में हो तो दशहरा पहले दिन मनाया जाएगा।
अगर दशमी दोनों दिन आ रही है लेकिन दोपहर काल में नहीं, उस समय में भी यह पर्व पहले दिन ही मनाया जाएगा।
अगर दशमी दो दिन हो और केवल दूसरे ही दिन दोपहर को है तो विजयादशमी दूसरे दिन मनाई जाएगी।
इसके अलावा श्रवण नक्षत्र भी दशहरा के मुहूर्त को प्रभावित करता है।
अगर दशमी तिथि दो दिन आती है (चाहे दोपहर में में हो या ना हो) लेकिन, श्रवण नक्षत्र पहले दिन के दोपहर में पड़े तो विजयदशमी का त्योहार प्रथम दिन में मनाया जाएगा।
अगर दशमी तिथि दो दिन पड़ती है (चाहे दोपहर में हो या ना) लेकिन श्रवण नक्षत्र दूसरे दिन के दोपहर में पड़े तो विजयादशमी का त्योहार दूसरे दिन मनाया जाएगा।
अगर दशमी तिथि दोनों दिन पड़े, लेकिन दोपहर में केवल पहले दिन हो तो उस स्थिति में दूसरे दिन दशमी तिथि पहले तीन मुहूर्त तक विद्यमान रहेगी और श्रवण नक्षत्र दूसरे दिन के दोपहर में व्याप्त होगा तो दशहरा पर्व दूसरे दिन मनाया जाएगा।
अगर दशमी तिथि पहले दिन के दोपहर में हो और दूसरे दिन तीन मुहूर्त से कम हो तो उस स्थिति में विजयादशमी त्योहार पहले दिन ही मनाया जाएगा। इसमें फिर श्रवण नक्षत्र की किसी भी परिस्थिति को खारिज कर दिया जाएगा।
ऐसे में इस बार जहां 25 अक्टूबर को नवमी सुबह 7.41 तक ही रहेगी। वहीं, इसके बाद दशमी शुरु हो जाएगी। जबकि यह दशमी तिथि 26 अक्टूबर को सुबह 9 बजे तक ही रहेगी। जिसके चलते दशहरा 2020 यानि विजयदशमी 2020, 25 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। जबकि दुर्गा विसर्जन 26 अक्टूबर को होगा।
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