रामायण चौपाई | Ramayan Chaupai | सम्पूर्ण रामायण चित्र सहित | Ramayan With Video | सिद्ध चौपाई
Автор: PMC Ram Ras
Загружено: 2025-11-28
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जय राम सिया राम, सिया राम सिया राम,
जय राम सिया राम, सिया राम सिया राम,
जय जय राम....
मंगल भवन अमंगल हारी,
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम....
हरि अनंत हरि कथा अनंता,
कहहिं सुनहिं बहुबिधि सब संता,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
भीड़ पड़ी जब भक्त पुकारे,
दूर करो प्रभु दुःख हमारे,
दशरथ के घर जन्मे राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम.....
विश्वामित्र मुनीश्वर आये,
दशरथ भूप से वचन सुनाये,
संग में भेजे लक्ष्मण राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम.....
वन में जाये ताड़का मारी,
चरण छुए अहिल्या तारी,
ऋषियों के दुःख हरते राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम.......
जनकपुरी रघुनन्दन आये,
नगर निवासी दर्शन पाए,
सीता के मन भाये राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
रघुनन्दन ने धनुष चढाया,
सब रजो का मान घटाया,
सीता ने वर पाए राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम.......
परशुराम क्रोधित हो आये,
दुष्ट भूप मन में हर्षाये,
जनक राय ने किया प्रणाम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
बोले लखन सुनो मुनि ज्ञानी,
संत नहीं होते अभिमानी,
मीठी वाणी बोले राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
लक्ष्मण वचन ध्यान मत दीजो,
जो कुछ दंड दास को दीजो,
धनुष तुड़इया मैं हु राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
लेकर के यह धनुष चढाओ,
अपनी शक्ति मुझे दिखाओ,
चुअत चाप चढ़ाये राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
हुई उर्मिला लखन की नारी,
श्रुतिकीर्ति रिपुसुधन पियारी,
हुई मांडवी भरत के वाम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
अवधपुरी रघुनन्दन आये,
घर घर नारी मंगल गाये,
बारह वर्ष बिताये राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
गुरु वशिष्ट से आज्ञा लीनी,
राजतिलक तैयारी कीनी,
कलको होंगे राजा राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
कुटिल मंथरा ने बहकाई,
कैकई ने यह बात सुनायी,
दे दो मेरे दो वरदान,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
मेरी विनती तुम सुन लीजो,
भरत पुत्र को गद्दी दीजो,
होत प्रातः वन भेजो राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
धरनी गिरे भूप तत्काल,
लागा दिल में शूल विशाला,
तब सुमंत बुलवाए राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
राम पिता को शीश नवाए,
मुख से वचन कहा नहीं जाए,
कैकई वचन सुनायो राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
राजा के तुम प्राण पियारे,
इनके दुःख हरोगे सारे,
अब तुम वन में जाओ राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
वन में चौदह वर्ष बिताओ,
रघुकुल रीती निति अपनाओ,
आगे इच्छा तेरी राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
सुनत वचन राघव हर्षाये,
माताजी के मंदिर आये,
चरण कमल में किया प्रणाम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
माताजी मैं तो वन जाऊँ,
चौदह वर्ष बाद फिर आऊँ,
चरण कमल देखू सुख धाम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
सुनी शूल सम जब यह बानी,
भू पर गिरी कौशल्या रानी,
धीरज बंधा रहे श्री राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
सीताजी जब यह सुन पाई,
रंगमहल से नीचे आयी,
कौशल्या को किया प्रणाम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
मेरी चूक क्षमा कर दीजो,
वन जाने की आज्ञा दीजो,
सीता को समझाते राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
मेरी सीख सिया सुन लीजो,
सास ससुर की सेवा कीजो,
मुझको भी होगा विश्राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
मेरा दोष बता प्रभु दीजो,
संग मुझे सेवा में लीजो,
अर्धांगिनी तुम्हारी राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
समाचार सुनि लक्ष्मण आये,
धनुष बाण संग परम सुहाए,
बोले संग चलूँगा राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
राम लखन मिथिलेश कुमारी,
वन जाने की करी तैयारी,
रथ में बैठ गए सुखधाम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
अवधपुरी के सब नर नारी,
समाचार सुनि व्याकुल भारी,
मचा अवध में अति कोहराम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
श्रीन्घ्वेरपुर रघुवर आये,
रथ को अवधपुरी लोटाये,
गंगा तट पर आये राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
केवट कहे चरण धुलवाओ,
पीछे नौका में चढ़ जाओ,
पत्थर कर दी नारी राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम,
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम......
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