अक्षांश रेखाएँ -2 (Latitude Lines) |
Автор: SMART STUDY (EFE)
Загружено: 2025-06-26
Просмотров: 165
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अक्षांश रेखाएँ, जिन्हें समानांतर रेखाएँ भी कहा जाता है, पृथ्वी की सतह पर पूर्व से पश्चिम की ओर खींची गई काल्पनिक रेखाएँ हैं जो भूमध्य रेखा के समानांतर चलती हैं. ये रेखाएँ उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के बीच पृथ्वी के स्थान को इंगित करने के लिए उपयोग की जाती हैं. भूमध्य रेखा 0° अक्षांश पर स्थित है, और उत्तरी ध्रुव 90° N और दक्षिणी ध्रुव 90° S पर स्थित है.
अक्षांश रेखाओं के बारे में कुछ मुख्य बातें:
समानांतर:
अक्षांश रेखाएँ भूमध्य रेखा के समानांतर चलती हैं, जिसका अर्थ है कि वे कभी भी एक दूसरे को काटती नहीं हैं.
कोण:
प्रत्येक अक्षांश रेखा भूमध्य रेखा से एक विशिष्ट कोण (डिग्री में) पर स्थित होती है.
माप:
अक्षांश को भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण की ओर मापा जाता है.
महत्व:
अक्षांश रेखाएँ पृथ्वी पर किसी स्थान का सटीक स्थान निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और नेविगेशन, मानचित्रण और वैज्ञानिक अध्ययनों में उपयोग की जाती हैं.
अक्षांश रेखाओं के उदाहरण:
भूमध्य रेखा, कर्क रेखा, मकर रेखा, आर्कटिक वृत्त और अंटार्कटिक वृत्त कुछ महत्वपूर्ण अक्षांश रेखाएँ हैं.
अक्षांश रेखाएँ भौगोलिक निर्देशांक हैं जिनका उपयोग पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी किनारों को निर्दिष्ट करने के लिए किया जाता है। निरंतर अक्षांश की रेखाएँ, जिन्हें समांतर रेखाएँ भी कहा जाता है, भूमध्य रेखा के समानांतर वृत्तों में पूर्व से पश्चिम की ओर चलती हैं।
अक्षांश रेखा की परिभाषा क्या है?
अक्षांश रेखा की परिभाषा क्या है?
भूगोल में, अक्षांश पृथ्वी की सतह पर भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण की दूरी है, जिसे भूमध्य रेखा पर 0° से 90° (उत्तर या दक्षिण) तक कोणीय माप में व्यक्त किया जाता है। दक्षिणी अक्षांशों को ऋणात्मक संख्या के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है, जहाँ -90° दक्षिणी ध्रुव पर है। अक्षांश रेखाएँ भूमध्य रेखा के समानांतर चलती हैं।
पृथ्वी पर कितनी अक्षांश रेखाएं हैं?
Latitude and Longitude in hindi : अक्षांश रेखाएं ...
पृथ्वी पर मुख्य रूप से दो प्रकार की रेखाएँ होती हैं: अक्षांश रेखाएँ और देशांतर रेखाएँ। अक्षांश रेखाएँ पृथ्वी के चारों ओर पूर्व से पश्चिम की ओर खींची जाती हैं, और देशांतर रेखाएँ उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाती हैं।
1. अक्षांश रेखाएँ (Latitude Lines):
ये रेखाएँ पृथ्वी को पूर्व से पश्चिम की ओर घेरे हुए हैं, और भूमध्य रेखा (0° अक्षांश) के समानांतर चलती हैं।
भूमध्य रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बांटती है: उत्तरी गोलार्ध और दक्षिणी गोलार्ध।
अक्षांश रेखाएँ 0° से 90° उत्तर और 0° से 90° दक्षिण तक मापी जाती हैं।
उदाहरण के लिए, कर्क रेखा (23.5° उत्तर) और मकर रेखा (23.5° दक्षिण) महत्वपूर्ण अक्षांश रेखाएँ हैं।
2. देशांतर रेखाएँ (Longitude Lines):
ये रेखाएँ पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक खींची जाती हैं।
देशांतर रेखाएँ प्रधान मध्याह्न रेखा (0° देशांतर) के समानांतर चलती हैं, जिसे ग्रीनविच रेखा भी कहा जाता है।
देशांतर रेखाएँ 0° से 180° पूर्व और 0° से 180° पश्चिम तक मापी जाती हैं।
180° देशांतर रेखा को अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा भी कहा जाता है।
3. अन्य महत्वपूर्ण रेखाएँ:
भूमध्य रेखा:
पृथ्वी को दो बराबर भागों में बांटने वाली 0° अक्षांश रेखा।
कर्क रेखा:
23.5° उत्तरी अक्षांश रेखा, जो उत्तरी गोलार्ध में स्थित है।
मकर रेखा:
23.5° दक्षिणी अक्षांश रेखा, जो दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है।
इन रेखाओं का उपयोग पृथ्वी पर किसी भी स्थान की स्थिति को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
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