बंजर जमीन को उपजाऊ कैसे बनाएं | banjar zameen ko upjau kaise banaye
Автор: BharatAgri Hindi
Загружено: 2023-03-29
Просмотров: 92383
Описание:
▶️ वीडियो में दिखाए गए कृषि उत्पादों को खरीदने के लिए अभी नीचे 👇🏼 लिंक पर क्लिक करें और 🥳 100% कैशबैक के साथ उत्पाद घर बैठे प्राप्त करें! 📢 कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध हैं!
👉लिंक - https://krushidukan.bharatagri.com/
============================================================
👨🌾नमस्कार किसान भाइयों ! 🙏
🌱भारतअॅग्री मे आपका स्वागत है 💐
✅आजका विषय - 🌱बंजर जमीन को उपजाऊ कैसे बनाएं | banjar zameen ko upjau kaise banaye👌
1️⃣बंजर जमीन - आज हमारे यहाँ भूमि होने के बावजूद हम खेती नहीं कर पा रहे है। क्योकि वर्तमान समय में भूमिया तेजी से बंजर होती जा रही हैं। क्योंकि किसान अधिक उत्पादन के लिए हानिकारक रसायन का अंधाधुंध प्रयोग कर रहा है जिस कारण भूमिया बंजर या ऊसर होती जा रही हैं। जिसमें लवणों की अधिकता हो (विशेषत: सोडियम लवणों की अधिकता हो) जाती है। फिर उन भूमियो से फसल का उत्पादन होना बंद हो जाता है।
2️⃣बंजर भूमि के कारण -
1. रसायन का अधिक मात्रा में उपयोग
2. जल भराव अथवा जल निकास की समुचित व्यवस्था का न होना
3. वर्षा कम तापमान का अधिक होना
4. भूमिगत जल का ऊंचा होना
5. शहरी क्षेत्रों में जल रिसाव होना
6. वृक्षों की अन्धाधुंध कटाई
7. भूमि को परती छोड़े रहना
8. लवणीय जल से सिंचाई करना
3️⃣बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने का तरीका -
1. कृषि वैज्ञानिकों का मानना है की ऊसर सुधारने के लिए किसान अपने खेतों को पहले छोटे-छोटे भाग में बांट कर उनकी मेड़बंदी कर ले।
2.जहां-जहां ज्यादा लोना (नमक) फूल रहा हो वहां की मिट्टी खुरच कर हटा दें। फिर उन प्लाटों को जुताई कर समतल कर लें। इसके बाद उनमें पानी भर के निकाल दे। फिर जुताई करके समतल कर पानी भर दें और फिर निकाल दे।
3. बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए उसमे नाइट्रोजन, बोरोन, पोटेशियम, फास्फोरस, जिंक, कॉपर और आयरन की आवश्यकता होती है |
4. कंपोस्ट खाद, गोबर की खाद, मुर्गियों की खाद व् हरी खाद का भी इस्तेमाल किया जाता है |
5. बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए ह्यूमिक एसिड का इस्तेमाल करे।
6. दलहनी फसलों को उगाना चाहिए।
7. हरी खाद वाली फसले - भूमि की उर्वरता शक्ति को बढ़ाने के लिए सनई, ढैंचा, मक्का, बाजरा, लोबिया, मूंग, ग्वार इत्यादि फसलों की फसल चक्र अपनाकर बुआई करनी चाहिए।
8. कृषि योग्य भूमि में गोबर की खाद के साथ प्रति एकड़ 2 टन गोबर की सड़ी खाद और 2 लीटर डॉ बैक्टोज फ़ास्ट डी (डी-कम्पोस्टिंग बैक्टीरिया) को मिलाकर मिटटी में मिलाकर रोटावेटर से मिला देना चाहिए।
9. फसलों में डॉ बैक्टोज कॉम्बो (NPK - बैक्टीरिया) को 1-2 लीटर प्रति एकड़ छोड़ना चाहिए।
आपको यह वीडियो 📷कैसा लगा यह हमें कमेंट में बताना न भूलें , और इस वीडियो को अपने अन्य 🧑🌾किसान मित्रों के साथ भी जरूर शेयर करें👍
✅हमारे अन्य सोशल मीडिया पेजेस -
👉भारतअॅग्री ऍप - http://bit.ly/2ZyV2yl
👉भारतअॅग्री कृषि दुकान - https://krushidukan.bharatagri.com/
👉फेसबुक हिन्दी - https://bit.ly/36KuGOe
👉फ़ेसबुक मराठी - https://bit.ly/36KuGOe
👉इंस्टाग्राम - https://bit.ly/3B9Ny8G
👉वेबसाइट - www.bharatagri.com
👉लिंक्ड इन - https://bit.ly/3TWtK0Z
👉भारतअॅग्री मराठी यूट्यूब चैनल - https://bit.ly/3Ryf3zt
👉भारतअॅग्री हिन्दी यूट्यूब चैनल - https://bit.ly/3L2cRxF
#bharatagri #agriculture #hindi #farming #bharatagrihindi #kisan #kheti #fasal
Повторяем попытку...

Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео
-
Информация по загрузке: