बाबा नागार्जुन की कविता | पांच पूत भारत माता के | Baba Nagarjuna Poetry | Panch Poot Bharat Mata ke
Автор: POETRY CENTER
Загружено: 2022-02-16
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#NagarjunaPoetry #HindiPoetry #patrioticPoetry
पांच पूत भारत माता के, दुश्मन था खूंखार
गोली खाकर एक मर गया, बाकी रह गए चार |
चार पूत भारत माता के, चारों चतुर प्रवीन,
देश निकाला मिला एक को, बाकी रह गए तीन
तीन पुत्र भारत माता के, लड़ने लग गए वो,
अलग हो गया इधर एक, अब बाकी रह गए दो |
दो बेटे भारत माता के, छोड़ पुरानी टेक,
चिपक गया है इक गद्दी से, बाकी रह गया एक |
एक पुत्र भारत माता का, कंधे पर है झंडा,
पुलिस पकड़ के जेल ले गई, बाकी रह गया अंडा |
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