नवरात्रि में घर पूजा सम्पन्न/सुभ दिन
Автор: Khunti Desi Vlog
Загружено: 2025-10-01
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नवरात्रि में घर पूजा सम्पन्न/सुभ दिन
मैं desi व्लॉग सिलादोन से हूँ हम खूँटी desi ब्लॉग नवरात्रि में फाइनली ghar puja kar liye हैं ayr bahut ही आनद महसूस कर रहे हैं @khuntidesivlog #youtub
2025 के शारदीय नवरात्रि के दौरान घर में पूजा या गृह प्रवेश चातुर्मास के कारण शुभ नहीं है। हालाँकि, आप नए घर की खरीदारी कर सकते हैं या सामान ले जा सकते हैं, लेकिन मुख्य पूजा और रहने की शुरुआत चातुर्मास समाप्त होने के बाद ही करनी चाहिए।
क्यों शुभ नहीं है?
चातुर्मास: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि चातुर्मास के भीतर पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार, चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं, और इस अवधि में गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं।
क्या कर सकते हैं?
आप चातुर्मास के दौरान नए घर की खरीदारी कर सकते हैं या उसमें सामान ले जा सकते हैं।
घर की साफ-सफाई और सजावट पहले से करके रख सकते हैं।
क्या करें?
गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों के लिए चातुर्मास समाप्त होने के बाद शुभ मुहूर्त देखना चाहिए।
घर में प्रवेश करने से पहले, मंगल कलश की स्थापना करना और देवी-देवताओं का आवाहन करना शुभ माना जाता है।
पूजन के लिए शुभ दिन (सामान्य रूप से):
नवरात्रि के दौरान घर में पूजा करने का यह विचार बहुत अच्छा है, लेकिन 2025 के शारदीय नवरात्रि के संदर्भ में, आपको चातुर्मास समाप्त होने का इंतजार करना होगा।
यदि आप चातुर्मास समाप्त होने के बाद पूजा करने की योजना बनाते हैं, तो नवरात्रि के अंतिम दिनों जैसे महानवमी या विजयादशमी शुभ माने जाते हैं।
नहीं, 2025 की शारदीय नवरात्रि चातुर्मास के दौरान पड़ रही है, और शास्त्रों के अनुसार चातुर्मास के दौरान गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य वर्जित हैं। गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त पंचांग देखकर निर्धारित करना चाहिए, और इस साल चातुर्मास की वजह से नवरात्रि में गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।
गृह प्रवेश न करने के मुख्य कारण:
चातुर्मास का प्रभाव: 2025 की शारदीय नवरात्रि चातुर्मास के भीतर पड़ रही है। चातुर्मास वह समय है जब भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं, और इस अवधि में गृह प्रवेश जैसे शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
नकारात्मक प्रभाव: ज्योतिषियों के अनुसार, चातुर्मास के दौरान गृह प्रवेश करना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह अवधि शुभ नहीं होती है।
आप क्या कर सकते हैं:
बाद में गृह प्रवेश: आप नए घर में सामान ले जा सकते हैं या नए घर की खरीदारी कर सकते हैं, लेकिन मुख्य पूजा और रहने की शुरुआत चातुर्मास समाप्त होने के बाद करनी चाहिए।
शुभ मुहूर्त की जांच: गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्य के लिए हमेशा किसी ज्योतिषी या पंचांग से शुभ मुहूर्त देखकर ही करें।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, घर की सफलता और खुशहाली गृह प्रवेश के शुभ समय पर निर्भर करती है। नवरात्रि को पहली बार घर में प्रवेश करने के लिए सबसे शुभ समयों में से एक माना जाता है।
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