Tuesday Bhajan | बजरंगबली मेरी नाव चली, जरा बल्ली कृपा की लगा देना | Ravindra Sathe | Sahitya Tak
Автор: Sahitya Tak
Загружено: 2021-08-16
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बजरंगबली मेरी नाव चली,
जरा बल्ली कृपा की लगा देना...
मुझे रोग व शोक ने घेर लिया,
मेरे ताप को नाथ मिटा देना...
बजरंगबली मेरी नाव चली....
मैं दास आपका जन्म से हूं,
बालक और शिष्य भी धर्म से हूं.
बेशर्म, विमुख निज कर्म से हूं,
चित से मेरा दोष भुला देना...
बजरंगबली मेरी नाव चली...
दुर्बल हूं, गरीब हूं, दीन हूं मैं,
नित कर्म-क्रिया गति क्षीण हूं मैं...
बलवीर तेरे आधीन हूं मैं,
मेरी बिगड़ी हुई को बना देना.
बजरंगबली मेरी नाव चली...
बल देके मुझे निर्भय कर दो,
यश कीर्ति मेरी अक्षय कर दो.
मेरे जीवन को सुखमय कर दो,
संजीवन ला के पिला देना.
बजरंगबली मेरी नाव चली...
करुणानिधि आपका नाम भी है,
शरणागत आपका दास भी है.
इसके अतिरिक्त ये काम भी है,
श्री राम से मोहे मिला देना.
बजरंगबली मेरी नाव चली....रविंद्र साठे की मधुर आवाज में सुनें मंगलवार को यह विशेष श्री हनुमान भजन और साहित्य तक के साथ करें अपने दिन की आध्यात्मिक शुरुआत.
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