भजे विशेष सुंदरम
Автор: NAMASTE BHARAT
Загружено: 2025-11-28
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🙏 श्रीरामाष्टकम् – भक्ति श्लोक एवं चालीसा स्वर में 🙏
यह दिव्य वीडियो “श्री राम अष्टकम” का एक पवित्र पाठ प्रस्तुत करता है, जो श्लोक और चालीसा दोनों की मधुर शैली में गाया गया है। इस भक्ति पाठ का उद्देश्य मन को शांत करना, आत्मा को पवित्र करना और प्रभु श्रीराम के प्रति प्रेम, श्रद्धा और समर्पण का भाव जगाना है।
यह वीडियो विशेष रूप से भारत के राम भक्तों के लिए तैयार किया गया है, जो रोज़ाना भक्ति सुनते हैं, ध्यान करते हैं और राम नाम जप में मन लगाते हैं। मधुर संगीत, शुद्ध स्वर और शांत वातावरण के साथ रिकॉर्ड की गई यह प्रस्तुति मन को गहराई तक स्पर्श करती है और घर में आध्यात्मिक शांति का संचार करती है।
श्रीरामाष्टकम् का पाठ भगवान राम की महिमा, धैर्य, मर्यादा, शक्ति और करुणा का वर्णन करता है। यह मन को दुःखों से मुक्त करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भरता है। इसे सुबह, शाम, ध्यान के समय, पूजा के दौरान या किसी भी समय सुना जा सकता है।
📿 राम नाम का जप हर संकट का समाधान है।
📿 जय श्रीराम — हर सांस में राम।
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Roman Hindi / English:
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voiceover - Anurag Verma
studio - LAVEL1
music credit - own create music .
image ,editing, Promotion credit - MYMANAGER11 Digital marketing agency.
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बोलः
भजे विशेषसुन्दरं समस्तपापखण्डनम् ।
स्वभक्तचित्तरञ्जनं सदैव राममद्वयम् ॥ १ ॥
जटाकलापशोभितं समस्तपापनाशकं ।
स्वभक्तभीतिभञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ २ ॥
निजस्वरूपबोधकं कृपाकरं भवापहम् ।
समं शिवं निरञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ ३ ॥
सहप्रपञ्चकल्पितं ह्यनामरूपवास्तवम् ।
निराकृतिं निरामयं भजे ह राममद्वयम् ॥ ४ ॥ निष्प्रपञ्चनिर्विकल्पनिर्मलं निरामयम् ।
चिदेकरूपसन्ततं भजे ह राममद्वयम् ॥ ५ ॥
भवाब्धिपोतरूपकं ह्यशेषदेहकल्पितम् ।
गुणाकरं कृपाकरं भजे ह राममद्वयम् ॥ ६ ॥ महावाक्यबोधकैर्विराजमानवाक्पदैः ।
परं ब्रह्मसद्व्यापकं भजे ह राममद्वयम् ॥ ७ ॥
शिवप्रदं सुखप्रदं भवच्छिदं भ्रमापहम् ।
विराजमानदेशिकं भजे ह राममद्वयम् ॥ ८ ॥
रामाष्टकं पठति यस्सुखदं सुपुण्यं व्यासेन भाषितमिदं शृणुते मनुष्यः विद्यां श्रियं विपुलसौख्यमनन्तकीर्ति संप्राप्य देहविलये लभते च मोक्षम् ॥ ९ ॥
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