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जब आसमान से बरसने लगी सोने की मोहरें… लेकिन संत रविदास जी ने क्यों नहीं उठाई |

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Автор: Begampura Talks

Загружено: 2025-11-16

Просмотров: 302

Описание: जब आसमान से बरसने लगी सोने की मोहरें… लेकिन संत रविदास जी ने क्यों नहीं उठाई |

इस वीडियो में प्रस्तुत है गुरु रविदास जी के जीवन से जुड़ी अत्यंत प्रेरणादायक और हृदयस्पर्शी कथा — “सोने की मोहरों की वर्षा”। यह कहानी हमें सिखाती है कि असली धन सोना, पैसा, वैभव और महल नहीं, बल्कि संतोष, भक्ति, प्रेम, करुणा और मन की शांति है। धन सुविधा दे सकता है, लेकिन आत्मिक शांति और सच्चा सुख केवल ईश्वर-भक्ति और अच्छे कर्मों से ही प्राप्त होता है।

अगर आप जीवन में भटकाव, तनाव, बेचैनी या असंतोष महसूस कर रहे हैं, तो यह कहानी आपके जीवन की सोच को सकारात्मक दिशा देगी और बताएगी कि भाग्य, नेम और कृपा का असली अर्थ क्या है।


अगर वीडियो ने आपके हृदय को छुआ हो,
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और COMMENT में लिखें — “जय गुरुदेव जी” 🙏


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जब आसमान से बरसने लगी सोने की मोहरें… लेकिन संत रविदास जी ने क्यों नहीं उठाई |

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