बुधवार के दिन जरूर सुनें | श्री गजानन स्तोत्रम् | Gajanan Stotra | होंगी सभी मनोकामना पूर्ण
Автор: Chanting Universe भक्ति प्रभात
Загружено: 2025-05-20
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बुधवार के दिन जरूर सुनें | श्री गजानन स्तोत्रम् | Gajanan Stotra | होंगी सभी मनोकामना पूर्ण #gajanan
नमस्कार दोस्तों! आज हम लेकर आए हैं श्री गजानन स्तोत्रम् जो भगवान गणेश की महिमा का वर्णन करता है और हमें आध्यात्मिक शक्ति और सुख प्रदान करता है। और हमें भक्ति कराता है।
इस स्तोत्र का पाठ करने से आपको भगवान गणेश की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होगा, और आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आएगी। तो देर किस बात की, इस वीडियो को देखें और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करें!
Voice - Prabhat Kumar
Video Editor - Prabhat Kumar
Deity - Lord Ganesha/Gajanana
Language - Sanskrit
Lyrics - Traditional
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Topics Covered in this Video
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Lyrics:
|| शंकरादिकृतम् अथ श्री गजाननस्तोत्रं ||
देवा ऊचुः ।
गजाननाय पूर्णाय सांख्यरूपमयाय ते ।
विदेहेन च सर्वत्र संस्थिताय नमो नमः ॥ १ ॥
अमेयाय च हेरम्ब परशुधारकाय ते ।
मूषकवाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः ॥ २ ॥
अनन्तविभवायैव परेशां पररूपिणे ।
शिवपुत्राय देवाय गुहाग्रजाय ते नमः ॥ ३ ॥
पार्वतीनन्दनायैव देवानां पालकाय ते ।
सर्वेषां पूज्यदेहाय गणेशाय नमो नमः ॥ ४ ॥
स्वानन्दवासिने तुभ्यं शिवस्य कुलदैवत ।
विष्ण्वादीनां विशेषेण कुलदेवाय ते नमः ॥ ५ ॥
योगाकाराय सर्वेषां योगशान्तिप्रदाय च ।
ब्रह्मेशाय नमस्तुभ्यं ब्रह्मभूतप्रदाय ते ॥ ६ ॥
सिद्धि-बुद्धिपते नाथ! सिद्धि - बुद्धिप्रदायिने ।
मायिने मायिकेभ्यश्च मोहदाय नमो नमः ॥ ७ ॥
लम्बोदराय वै तुभ्यं सर्वोदरगताय च ।
अमायिने च मायाया आधाराय नमो नमः ॥ ८ ॥
गजः सर्वस्य बीजं यत्तेन चिह्नेन विघ्नप ।
योगिनस्त्वां प्रजानन्ति तदाकारा भवन्ति ते ॥ ९ ॥
तेन त्वं गजवक्त्रश्च किं स्तुमस्तवां गजानन ।
वेदादयो विकुण्ठाश्च शंकराद्याश्च देवपाः ॥ १० ॥
शुक्रादयश्च शेषाद्याः स्तोतुं शक्ता भवन्ति नः ।
तथापि संस्तुतोऽसि त्वं स्फूर्त्या त्वद्दर्शनात्मना ॥ ११ ॥
एवमुक्त्वा प्रणेमुस्तं गजाननं शिवादयः ।
स तानुवाच प्रीतात्मा भक्तिभावेन तोषितः ॥ १२ ॥
गजानन उवाच ।
भवत्कृतमिदं स्तोत्रं मदीयं सर्वदं भवेत् ।
पठते शृण्वते चैव ब्रह्मभूतप्रदायकम् ॥ १३ ॥
इति मौद्गलोक्तं गजाननस्तोत्रं समाप्तम् ॥
११ पाठ
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