अरुण कुमार त्यागी
राम तुम्हारे नाम में ...। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
पर्व एक आस्था (छठ महापर्व) रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
शत नमन केशव चरण में। संघ गीत।स्वर - अरुण कुमार त्यागी
मेरे दिल में उभरते हैं। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
राम नाम का दीप। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
दीपों का संदेश। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
@राम तुम्हारे दीप जले। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
शबरी का प्रेम। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
राम नाम की महिमा। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
राम की छवि निराली। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
संघ गीत -जाग उठा है आज देश का,वह सोया अभिमान। स्वर-अरुण कुमार त्यागी
महर्षि वाल्मीकि जयंती। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
संघ शताब्दी पर्व -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
माॅं दुर्गा का आशीष। अरुण कुमार त्यागी
जब-जब भी इंसान राह बुरी पर -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
वनवासी बने प्रभु श्री राम को-रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
कब से राह में देख रही हूं -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
कहीं पे हैं खुशियां,कहीं पे अक्सर मिलते हैं गम। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
संघ है संस्कृति की धारा,भारत का गौरव गान-रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
राष्ट्रीय चिन्हों का अपमान हुआ तो आहत होगा राष्ट्र गौरव -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
गणपति बप्पा घर घर आकर, खुशियों की सौगात लाते हैं -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
कभी कड़ी धूप होती है -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
घर की दौलत घर की रौनक-रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
कहीं पे बाढ़ आती है कहीं पे तूफान आता है-रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
तेरी ऑंखों के जलवों से -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
काॅंप रही है ये धरती माता -रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
जब भी लिखी कोई रचना। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
वन पथ पर जब राम मिले तो। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
धर्म की रक्षा हेतु प्रभु। रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी
आजादी का दिवस आज है-रचना एवं स्वर-अरुण कुमार त्यागी