संस्कृत कौशल केन्द्र Sanskrit Skill Center
"काणादं पाणिनीयं च सर्वशास्त्रोपकारकम्"
अगर आप संस्कृत में कुशलता प्राप्त करना चाहते है तो महर्षि पाणिनि के व्याकरण शास्त्र से शब्द और महर्षि कणाद के वैशेषिक शास्त्र से अर्थ का अध्ययन करके अपने अन्दर(शब्द) और बाहर(अर्थ) रूपी कौशल(Skill) को विकसित कर सकते है | उसी का एक अनूठा प्रयास है संस्कृत कौशल केंद्र जहाँ आप संस्कृत से जुड़े हुए हर क्षेत्र में प्रगति कर सकते है |
संस्कृत व्याकरण कार्यशाला - 2
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 9 ||
संस्कृत व्याकरण कार्यशाला - 1
वेदान्तसार कक्षा - 38
वेदान्तसार कक्षा - 37
संस्कृत व्याकरण कार्यशाला उद्घाटन सत्र
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 8 ||
वेदान्तसार कक्षा - 36
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 7 ||
वेदान्तसार कक्षा - 35
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 6 ||
वेदान्तसार कक्षा - 34
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 5 ||
वेदान्तसार कक्षा - 33
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 4 ||
वेदान्तसार कक्षा - 32
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 3 ||
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान || कक्षा - 2 ||
वेदान्तसार कक्षा - 31
भारतीय स्वानिकी एवं छन्दोविज्ञान कक्षा - 1
उभय भारती शास्त्रार्थ सभा
आयुर्वेद तथा सांख्य शास्त्र
अष्टाध्यायी अध्ययन पाठ - 80
वेदान्तसार कक्षा - 30
व्याकरण शोधपत्र वाचन-6
वेदान्तसार कक्षा - 29
व्याकरण शोधपत्र वाचन-5
व्याकरण शोधपत्र वाचन-4
व्याकरण शोधपत्र वाचन-3
वेदान्तसार कक्षा - 28