Satnam09

सतनाम' का अर्थ है 'सत्य नाम', जो ईश्वर या परम सत्य को दर्शाता है। यह एक धार्मिक शब्द है जो विभिन्न भारतीय समुदायों में प्रचलित है, विशेषकर सिख धर्म और सतनामी पंथ में। यह ईश्वर के शाश्वत और अविनाशी नाम को संदर्भित करता है और गुरु ग्रन्थ साहिब के मूल मंत्र का भी हिस्सा है।
धार्मिक महत्व और उपयोग
ईश्वर का नाम: 'सतनाम' का उपयोग ईश्वर के सच्चे और अपरिवर्तनशील नाम के रूप में किया जाता है, जो ब्रह्मांड का धारणकर्ता है।
सिख धर्म: गुरु नानक देव ने कबीर साहेब से सतनाम मंत्र प्राप्त किया था, जिसे वे अक्सर जाप करते थे।
सतनामी पंथ: यह पंथ गुरु घासीदास के मार्गदर्शन पर आधारित है और वे भी सतनाम को ईश्वर के सच्चे नाम के रूप में मानते हैं।
वैष्णव संप्रदाय: सतनाम शब्द का प्रयोग सबसे पहले रामानुज जैसे वैष्णव संतों ने भी किया था।
ध्यान और जाप: सतनाम का उपयोग ध्यान और मंत्र जाप के लिए किया जाता है, जो मुक्ति का मार्ग माना जाता है।
अन्य पहलू
नाम के रूप में: 'सतनाम' का उपयोग पुरुषों और महिलाओं के लिए एक नाम के रूप में भी किया जाता है।
योग: योग में भी सतनाम का जाप किया जाता है।
सत्य और सत: 'सत' और 'सत्य' 9