Purshottam Ramayan Path
जय श्रीराम 🚩 सनातनी🚩 श्रीरामचरितमानस प्रेमी।। सनातनी परिवार का हमारे चैनल में स्वागत है,पुरषोत्तम रामायण पाठ।। श्रीरामचरितमानस (नित्य पाठ)चैनल में आप सभी का स्वागत है।🕉️हमारी संस्कृति हमारी विरासत 🙏जय श्री राम। जय सियाराम 🌹 एक घड़ी आधी घड़ी आधी घड़ी से भी आध।🌹 🌹 राम नाम के जाप से, कटें कोटि अपराध।🌹🌹🙏 जय सियाराम।बिन सत्संग विवेक न होई। राम कृपा बिनु सुलभ न सोई।। विनम्र निवेदन है कृपया चैनल को सब्सक्राइब करें। लाइक करें और शेयर करे। जय सियाराम 🚩 🙏 प्रभु आप सभी का कल्याण करें । जय श्री राम 🙏 🙏 🙏
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।उत्तर काण्ड।सनकादिका आगमन और संवाद,भाव पूर्वक सुनें पढ़ें औशेयर करें 👏
आजु धन्य मैं सुनहु मुनीसा। तुम्हरें दरस जाहिं अघ खीसा।।श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।। उत्तर काण्ड।। रामराज्य का वर्णन।।भाव पूर्वक सुनें।
श्रीरामचरितमानस।उत्तर काण्ड।रमानाथ जहं राजा सो पुर बरनि कि जाई।अनिमादिक सुख संपदा रहीं अवध सब छाइ
श्रीरामचरितमानस।।पाठ अर्थ सहित।। उत्तर काण्ड।। रामराज्य का वर्णन।।
श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।सेवहिं सानकूल सब भाई। राम चरन रति अति अधिकाई।।
जरन नलिन उर धरि गृह आवा। प्रभु सुभाउ परिजनन्हि सुनावा।।श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।
श्रीरामचरितमानस पाठ।।उत्तर काण्ड।। अर्थ सहित।।शिव स्तुति, वानरों की विदाई।।भाव पूर्वक सुनें।।
सुर दुर्लभ सुख करि जग माहीं अंतकाल रघुपति पुर जाहीं।।श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।उत्तर काण्ड।।राम राज्याभिषेक, वेदस्तुति, शिवस्तुति। भावपूर्ण से सुनें
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।। उत्तर काण्ड।।राम राज्याभिषेक, वेदस्तुति, शिवस्तुति।।
श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।नभ दुंदुभी बाजहिं बिपुल गंधर्व किंनर गावही।।
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।। उत्तर काण्ड।।श्री रामजी का स्वागत, भरत मिलाप, सबका मिलनानन्द।
कौशल्या के चरनन्हि पुनि तिन्ह नायउ माथ।आसिष दीन्हे हरषि तुम्ह प्रिय मम जिमि रघुनाथ।उत्तर काण्ड। 6,9,
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।। उत्तर काण्ड।।श्री रामजी का स्वागत, भरत मिलाप, सबका मिलनानन्द।
गहे भरत पुनि प्रभु पद पंकज।नमत जिन्हहि सुर मुनि संकर अज।।श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।
रामायण जी की आरती 🪔।
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।। उत्तर काण्ड।।भरत विरह तथा भरत-हनुमान मिलन, अयोध्या में आनंद।
श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।। दोहा १,२,बार बार बूझी कुसलाता। तो कहुं देउं काह सुनु भ्राता।।
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।।उत्तर काण्ड।।मंगलाचरण।।भरत विरह तथा भरत-हनुमान मिलन,
श्रीरामचरितमानस पाठ।। उत्तर काण्ड।।रहा एक दिन अवधि कर अति अर्थ पुर लोग।
लंका काण्ड।।पुष्पक विमान पर चढ़कर श्री सीता-रामजी का अवध के लिए प्रस्थान, श्री रामचरित्र की महिमा
श्रीरामचरितमानस पाठ।। लंका काण्ड।।मुनि पद बंदि जुगल कर जोरी। चढ़ि बिमान प्रभु चले बहोरी।।
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित। लंका काण्ड।। इन्द्र की अमृत वर्षा, शिव जी द्वारा श्रीराम जी की स्तुति
परम प्रीति कर जोरि जुग नलिन भरि बारि। पुलकित तन गदगद गिरां बिनय करत त्रिपुरारी।।लंका काण्ड।।113,116,
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।।लंका काण्ड।।देवताओं की स्तुति, इंद्र की अमृत वर्षा।भाव पूर्वक सुनें।
करि बिनती सुर सिद्ध सब रहे जहं तहं कर जोरि।श्रीरामचरितमानस पाठ।। लंका काण्ड।। दोहा110,12,
श्रीरामचरितमानस पाठ अर्थ सहित।। लंका काण्ड।।श्रीसीताजी की अग्नि परीक्षा।।भाव पूर्वक सुनें।
श्रीरामचरितमानस पाठ।। लंका काण्ड।।धरि रुप पावक पानि गहि श्री सत्य श्रुति जग बिदित जो।
श्रीरामचरितमानस अर्थसहित।लंका काण्ड। रावण की अन्तोष्ठी हनुमान्जी का सीताजी को कुशल सुनाना,सीताजी का