Ek Anokhi Soch

पुराने जमाने में देवताओं और दानवों के बीच अपने को श्रेष्ठ साबित करने के लिए युद्ध होता रहता था। एक बार देवता और दानव मिलकर ब्रह्माजी के पास गए और पूछा कि हममें से बुद्धि में बड़ा कौन है ? ब्रह्माजी ने दोनों को भोजन पर बुलाया। देवता और दानवों को अलग-अलग कमरों में बैठाकर लड्डुओं के थाल भिजवा दिए और शर्त लगा दी कि बिना कोहनी मोड़े भोजन करना है। देवता आमने-सामने बैठ गए और लड्डू उठाकर एक-दूसरे के मुँह में देने लगे।
इस प्रकार उन्होंने शांतिपूर्वक भोजन किया। वहीं दानवों ने लड्डू उछाल-उछाल कर खाना शुरू किया। कुछ लड्डू उनके मुँह में गए और कुछ फैल गए। सब तरफ शोर-शराबा और गंदगी फैल गई। भोजन के बाद ब्रह्माजी ने कहा कि देवताओं ने सहयोग की भावना से काम किया है। उन्होंने खुद भी खाया और दूसरों को भी खिलाया। दूसरी तरफ दानवों ने न तो खुद तरीके से खाया और न ही दूसरे को खाने दिया। इस प्रकार देवता ही बुद्धि में श्रेष्ठ हैं।