Darshnik Vichar

"सर्वसंन्यास: सुखानाम्"

वैदिक दर्शन, Philosophy के अमूल्य सिद्धांतों को आप तक पहचान ही हमारा उद्देश्य है। भौतिकता की चकाचौंध से ग्रसित तो होकर हमारा जीवन अधिकाधिक कष्टमय होता जा रहा है। जितना हम सुख के पहाड़ पर चढ़ने का प्रयास करते हैं उतना ही अधिक हम दुःख रूपी खाई में फंसते जा रहे हैं।
सुखी और आनंदित होने के हमारे समस्त प्रयास निरर्थक सिद्ध हो रहे हैं दुःख रूपी जाल और घना होकर हमें जकड़ता जा रहा है।

क्या आपने कभी विचार किया कि ऐसा क्यों हो रहा है ?
आइए! दर्शन और उपनिषद की छाया में बैठकर हम निष्पक्ष होकर सत्य की खोज करें। जो हमारे जीवन का प्रथम और अंतिम उद्देश्य है।

इस चैनल पर प्रकाशित व्याख्यान किसी भी व्यक्ति, मत, पंथ, संप्रदाय या किसी मान्यता के विरोध या उसे हीन दिखाने के उद्देश्य से नहीं हैं। हमारा उद्देश्य मात्र सत्य को जानने का है इसके अतिरिक्त कुछ नहीं।

आश्रम का आर्थिक सहयोग अवश्य करें आपके द्वारा किए ग‌ए दान का व्यय आप की शिक्षाओं पर ही किया जाता है।

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