देववाणी संस्कृतम् devvani sanskritam
🚩100% निःशुल्क 🚩देववाणी संस्कृतम् (हरिद्वारम्) द्वारा संचालित।
🚩पठन्तु संस्कृतं वदन्तु संस्कृतं रक्षन्तु संस्कृतं च।
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*100% निःशुल्क। Pdf एवं ऑनलाइन स्मार्ट कोर्स के साथ। यदि आप वास्तव में धैर्य पूर्वक परिश्रम, श्रद्धा एवं संकल्प के साथ 3 माह ऑनलाइन निःशुल्क शुद्ध संस्कृत लेखन और संभाषण तथा संस्कृत ग्रन्थों को पढ़कर अर्थ करना सीखने के इच्छुक हैं तो निम्न ह्वाट्सप नंबर पर "संस्कृत-शिक्षणम्" लिखकर भेज दीजिए।*
विशेष—संस्कृत सीखने में आयु/लिङ्ग/ जाति/वर्ग/धर्म/ आस्तिकता/ नास्तिकता/ सम्प्रदाय आदि की कोई बाध्यता नहीं है। 12 से 100 वर्ष तक का कोई भी इच्छुक पाठक सीख सकता है।।Contact us only following 🚩WhatsApp No.—91—8319694799, 9582104261
Time —8.00 am. To 5.00pm. Monday To Saturday
सञ्चालकः—आचार्यः श्रवण-कुमारः (व्याकरण-साहित्य-दर्शन-वेदाचार्यः) हरिद्वारम् (उत्तराखण्डः ) भारतम् (India)
कक्षा—(6) सरल संस्कृत प्रशिक्षणम् (धाराप्रवाह शुद्ध संस्कृत सम्भाषण और लेखन सीखिए)
कक्षा—14 ( 1—1—6 to 8 ) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
संस्कृत अनुवाद बनाने के लिए यह सरल नियम सबको आना चाहिए
कक्षा—13 (क्ङिति च।।अ०-1/पा०-1/सू०-5 ) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
कक्षा—(5) सरल संस्कृत प्रशिक्षणम् (धाराप्रवाह शुद्ध संस्कृत सम्भाषण और लेखन सीखिए)
सूचना—वर्णोच्चारण-शिक्षा की कक्षा शीघ्र ही आरम्भ होगी
कक्षा—(4) सरल संस्कृत प्रशिक्षणम् (धाराप्रवाह शुद्ध संस्कृत सम्भाषण और लेखन सीखिए)
रुधादिगणः कक्षा—111 रुधिर् आवरणे+ दश-लकारे) उभयपदी
कक्षा—(3) सरल संस्कृत प्रशिक्षणम् (धाराप्रवाह शुद्ध संस्कृत सम्भाषण और लेखन सीखिए)
कक्षा—12 (न धातुलोप आर्धधातुके ।अ०-1/पा०-1/सू०-4 ) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
कक्षा—80 विंशोऽभ्यास:(तत्पुरुष-समास:) (ख) प्रौढ-रचनानुवादकौमुदी
कक्षा—11 (अ०—1/पा०—1/सू०—2 त: 3 ) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
सम्पूर्ण-पाणिनीय-अष्टाध्यायी-शिक्षणम्
कक्षा—(2) सरल संस्कृत प्रशिक्षणम् (धाराप्रवाह शुद्ध संस्कृत सम्भाषण और लेखन सीखिए)
कक्षा—10 (वृद्धिरादैच्।। 1—1—1) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
कक्षा—79 विंशोऽभ्यास:(शब्दकोष:/पतिशब्द-श्रुधातुरूपाणि) (क) प्रौढ-रचनानुवादकौमुदी
कक्षा—9 (संपूर्ण-प्रत्याहार कितने होते हैं?) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
कक्षा—(1) सरल संस्कृत प्रशिक्षणम् (धाराप्रवाह शुद्ध संस्कृत सम्भाषण और लेखन सीखिए)
सम्पूर्ण-पाणिनीय-अष्टाध्यायी-शिक्षणम्
रुधादिगणः कक्षा—110 रुधिर् आवरणे+ लट्-लकारे) उभयपदी
कक्षा—77 एकोनविंशोऽभ्यास:(समास:+अव्ययीभावसमास:) (ख) प्रौढ-रचनानुवादकौमुदी
कक्षा—76 एकोनविंशोऽभ्यास:(शब्दकोष:/हृ-धातुरूपाणि) (क) प्रौढ-रचनानुवादकौमुदी
कक्षा—8 (प्रत्याहारसूत्र—हल्।) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
एक मास में सरल संस्कृत संभाषण और लेखन सीखने हेतु कक्षा का आरम्भ हो रहा है।
कक्षा—7 (प्रत्याहारसूत्र—ञमङणनम्—शषसर्।।) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
कक्षा—6 (प्रत्याहारसूत्र—लण्।) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
भाग—13{ संस्कृत भाषा के शुद्ध लेखन एवं सम्भाषण में दक्षता प्राप्त करने वाले पाठकों के लिए }
कक्षा—5 (प्रत्याहारसूत्र—ह य व र ट्।) {प्रथम: पाद: प्रथमोऽध्यायः} (काशिकावृत्ति:)
सातों विभक्तियों का प्रयोग ( संपूर्ण कारक )
कक्षा—74 अष्टादशोऽभ्यास:( सन्थि-नियमा:) (ग) प्रौढ-रचनानुवादकौमुदी