Usha Rani

मानवता को बचपन से ही प्रभु भक्ति करनी चाहिए क्योंकि जीवन नश्वर और क्षणभंगुर है कब मृत्यु हो जाए कोई नहीं जानता। प्रहलाद जी और ध्रुव जी को नारद जी की प्रेरणा से बचपन से ही प्रभु भक्ति में लग कर अपना जीवन सफल बनाया। प्रह्ललाद जी का मन नित्य निरंतर भगवान में ही लगा रहता था। उन्हें तो मारने का प्रयत्न करने वाले असुरों में भी भगवान का ही दर्शन होता था । तथा वह हमेशा भगवान नारायण जी का नाम का जाप करते रहते थे और इस नाम को जाप करके ही उन्होंने अपने जीवन को सफल बनाया इसी प्रकार हम इस चैनल के माध्यम से आपके पास ईश्वर-भक्ति, विभिन्न प्रकार के भजन, आरती गणेश जी, मंत्र, श्री राम भजन, नवरात्रि माता की भेंटें, माता रानी भजन, कृष्ण के भजन, कबीर अमृतवाणी, रामायण, हनुमान चालीसा, राम भक्ति, शिव भजन तथा अन्य वीडियो प्रस्तुत कर रहे हैं।