गुरुमुखी विद्या

लोग सोच रहे हे की कुण्डलिन जाग्रित होने पर उन्होंने अपनी यात्रा पुर्ण कर ली हे परन्तु बंधू यात्रा तो अभी सुरु हुई हे ...................................