Pt Sudeep Jain Bina
यह चैनल दिगंबर जैन शुद्ध आमनाएं के प्रवचन , पूजन , भजन और ग्रंथ के माध्यम से केवल स्वाध्याय करने के उद्देश्य एवं उसके अर्थ के लिए बनाया गया है।।
समायसार जी ।। 18/12/25
समयसार जी।। 17/12/25( तीर्थ की प्रवृति के लिए प्राथमिक भूमिका में इस जीव के लिए क्या करना चाहिए । )
समयसार जी।। 16/12/25 तीर्थ के प्रवृति के लिए पंचास्तिकाय ग्रन्थ से सिद्धि ।।
समयसार जी।। 13 तेरहवीं गाथा (15/12/25) तीर्थ के प्रवर्तन के लिए पंचास्ति काय ग्रन्थ(रेफरेंस)
समयसार जी।। गाथा 13 अस्पाहुड (भावपहुड) संसार के दुख 09/12/25
समयसार जी ।। 13 तेरहवीं गाथा एवं अस्पाहुड(भाव पहाड़) तीर्थ की प्रवृति क्यों पहले करे ।।। 08/12/25
समयसार जी।। 7/12/25 तेरहवीं गाथा
समयसार जी 13 तेरहवीं गाथा ।। 6/12/25
समयसार जी।। गाथा 13 तेरहवीं 05/12/25
समयसार जी।। सुबह 04/12/25
समायसार जी।। व्यवहार नय और निश्चय नय जानना क्यों जरूरी है ।। 03/12/25
समयसार जी ।। 2/12/25 सुबह
समयसार जी।। अहिंसा समयक़दृष्टि जीव की संपदा है ।। मार्मिक प्रवचन 01/12/25
समयसार जी।। 29/11/25 ।। व्यवहारनय का विषय तीर्थ है।। बारहवीं 12 गाथा।।
समयसार जी ।। गाथा बारहवीं 12।। 28/11/25
समयसार जी।। गाथा 12 बारहवीं।। 27/11/25
समयसार जी ।। गाथा बारहवीं 12 (26/11/25)
समयसार जी।। गाथा 12 बारहवीं (25/11/25)
समयसार जी।। 23/11/25 गाथा ग्यारहवीं 11
समयसार जी।। 22/11/25 गाथा ग्यारहवीं
समयसार जी।। गाथा 11 (21/11/25)
समयसार जी।। 20/11/25 ग्यारहवीं गाथा
समयसार जी ।। 18/11/25 सुबह गाथा 11 ग्यारहवीं
समयसार जी।। 17/11/25 ग्यारहवीं 11 गाथा ।।
समयसार जी।। 16/11/25 गाथा 11 ग्यारहवीं
समयसार जी।। 15/11/25
समयसार जी ।। 13/11/25 गाथा
समयसार जी।। भव्य अभव्य कौन है।। 12/11/25
समयसार जी।। गाथा ( नौवीं दसवीं 9,10 ) 11/11/2025
समयसार जी।। गाथा 8 आठवीं ।। 10/11/25