Vrindavan Ras Mahima
Daily Shringaar Kirtan, Mangla Aarti, Pad Gayan and Vaani Paath from Radha Keli Kunj, Vrindavan to help you dive into bliss
By - Shri Hit Premanand Govind Sharan ji Maharaj
From - Shri Hit Radha Keli Kunj , Near Bhakti Vedanta Hospital , Parikrama Marg, Varaha Ghat, Vrindavan
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फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 30-06-25

राधा नाम का आनंदमय कीर्तन और ठा. राधामोहन जू महाराज के अतिशय सुन्दर श्रृंगार दर्शन // 29/06/25

राधासुधानिधि श्लोक (181-185) व "ह्रदय को शीतलता प्रदान करने वाला झूलन दर्शन” // 29/06/25

ग्रीषम ऋतु के मांझ-सवैया // शोभित हैं मलयगिरि के द्रुम बेलि तरैं छबीले लड़काई // 29-06-25 //

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 29-06-25

ठा. राधामोहन जू महाराज के दिव्य श्रृंगार के साथ राधा नाम की अमृतवर्षा का आनंद // 28/06/25

राधासुधानिधि श्लोक (176-180) व “भक्ति से सराबोर में झूलन लीला का अविस्मरणीय नज़ारा” // 28/06/25

जल विहार के पद // भीर भई सर के तट ही छबि मो मति थोर बखान न आवैं // 28-06-25 // Premanand Ji Maharaj

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 28-06-25

राधा केलि कुंज में हुई राधा नाम की रस वर्षा और श्रीजी के अद्भुत श्रृंगार दर्शन // 27/06/25

राधासुधानिधि श्लोक (171-175) व "प्रेम से परिपूर्ण झूलन लीला का अद्भुत दृश्य" // 27/06/25

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 27-06-25

ठा. राधा मोहन जू के रमणीय श्रृंगार दर्शन और आनंदमय राधा नाम कीर्तन // 26/06/25

राधासुधानिधि श्लोक (166-170) व "आध्यात्मिक शीतलता से भरपूर आनंदमय झूलन लीला" // 26/06/25

गेँद खेल के पद // राजत हैं जमुना तट ही बट चन्द्रमनी अवनी झलकावै // 26-06-25

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 26-06-25

भव्य कुंज की अलौकिक शोभा और राधा नाम कीर्तन की दिव्य रसधारा का आनंद // 25/06/25

रंग-बिरंगी रोशनी में झूलन लीला का अलौकिक दर्शन // 25/06/25

उसीर कुञ्ज के पद // छूटत फुहारे ताकी अद्भुत अनूप सोभा, पन्ना की झलक भयौ हरौ रंग नीर कौ // 25-06-25

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 25-06-25

राधा केलि कुंज में श्रीजी का मनोहर श्रृंगार दर्शन और करुणामय राधा नाम कीर्तन // 24/06/25

राधासुधानिधि श्लोक (161-165) व "झूलन लीला का ऐसा मनोरम दृश्य जो मन को मोहित कर दे" // 24/06/25

उसीर कुञ्ज के पद // हो प्यारी मोहू कौं यह भावै | हो प्रीतम इहि वन सुख पैये // 24-06-25

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 24-06-25

भव्य कुंज में श्रीजी के श्रृंगार दर्शन और रसमय राधा नाम कीर्तन // 23/06/25

राधासुधानिधि श्लोक (156-160) व "प्रेम और भक्ति से ओतप्रोत झूलन लीला का दिव्य आनंद" // 23/06/25

ऐसी दिव्य श्रृंगार आरती आपने पहले कभी नहीं देखी – पूज्य महाराज जी के संग दुर्लभ झांकी // 23/06/25

श्री हित सेवक वाणी जी ( फल स्तुति ) // 23-06-25 // Shri Hit Premanand Ji Maharaj

फूल रचना एवं श्रीजी की दिव्य मंगला आरती // 23-06-25

प्रेमोन्मत्त कर देने वाला राधा नाम कीर्तन एवं श्रीजी का दिव्य श्रृंगार दर्शन // 22/06/25