Maitreya Ishwariya Prerna

मिलजुल के सब वसे जगत में
नफरत का कोई स्थान न हो,
बसे एकता हृदय में सबके
प्रेम ही प्रेम धरा पर हो...🙏🏻


"सत्य"

आदि अनादि काल से ''सत्य'' तो एक ही है। लेकिन हर युग में एक विशिष्ट रूप में प्रगट हो कर कोई ''संबुद्ध'', उनकी पवित्र और पावन ''सत्य की वाणी'' से ''सत्य'' को उजागर करते है। अनेको जीव (अंश) को ''सत्य'' की राह पर ले चलते है और उनकी विवेक प्रज्ञा को जगाकर खुद स्वयं ही ''संबुद्ध'' हो, इस सत्य से अवगत करवाते है और ''सत्य'' की राह पर चलना, यही तो ''धर्म'' है। 

~मैत्रेय

यदि हमारे किसी भी साथी को, मैत्रेय ईश्वरीय प्रेरणा के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो portfolio link नीचे दी गई है... आप अवश्य ही वहा से पढ़ सकते है।

धन्यवाद 🙏🏻