Daasoham
जय राधेगोविंद ...🙌🙂
"दासोहम" संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है "मैं आपका सेवक हूँ"।
यह दो शब्दों का संयोजन है "दास" जिसका अर्थ है सेवक। और "ओम" का अर्थ है "मैं हूं"। अर्थात "मैं आपका सेवक हूँ"
यह आत्मसमर्पण की स्थिति का वर्णन करता है।
इस पेज "दासोहम" के द्वारा हमारा प्रयास है कि हम आप सभी को नित्य ही सत संगत का आस्वादन करवाते रहें।
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दासोहम । Daasoham
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जिम्मेदारियों से लदा जीव भजन कैसे करे? | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
गुरु सिर्फ सहारा और प्रोत्साहन देंगे भजन तो खुद ही करना पड़ेगा | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज
एक दिन ये दृढ विश्वास ही भव से पार लगा देगा | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
राधा रानी सखियों से कहती हैं कि कृष्ण याद न आ जाये इसलिए कुञ्ज में काला रंग ही निषेध कर दो | दासोहम
नशा जैसा भयानक पाप भी माफ़ हो सकता है पर वैष्णव निंदा नहीं | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
गुरु के पास रह कर ये मत सोचना की कृपा ही मिलेगी अगर दोष दिखा तो सब नष्ट हो जायेगा | दासोहम
बहुत ही मनमोहक महाप्रभु की महाप्रकाश लीला | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
हरिदास ठाकुर का पेड़ आज भी जीवित है | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
सच्चा गुरुभक्त सांसारिक ज्ञान के अधीन नहीं होता है | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
अनुभव और आचरणशील व्यक्ति के ही वाक्यों में सिद्धि है उनको ही सुने | पूज्य श्री विनोद बाबा जी
क्या गुरुजन सच में भवरोगों से मुक्त करने में समर्थ है ? पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
जीव संसार में कब तक फँसा हुआ है ? बचने का साधन क्या है ? पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
संसार जगत की कोई भी चीज साधक को आकर्षित नहीं कर सकती | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
महापुरुष बनना है ? तो सम्मान त्याग के निंदा पी सकते हो ? पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
अयोध्या जी में श्री राम का स्वागत | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
महतपुरुष के क्रोध को भी उनकी कृपा समझना | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
सच्चा वैराग्य कब है ? क्या वृन्दावन जाना ही त्याग है ? | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
ऐसी विद्धवता किसी काम की नहीं है जो हरिचरणों से नहीं जुडी है | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज |
सिद्धियाँ विषय नहीं है भक्त का, ये तो उसे स्वतः ही प्राप्त हो जाती है| पूज्य श्री विनोद बाबा जी
भक्ति के विरोधी प्रतिकूल विषय से हमेशा दूर रहना चाहिए| पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
ब्रज प्रेम में बुद्धि, साधन आदि के द्वारा प्रवेश करना कदापि संभव नहीं है | पूज्य श्री विनोद बाबा जी
मेरा परिवार ही मेरे भजन का विरोधी है, ऐसे में क्या करे ? पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
यदि इस संसार में सुख पाना चाहते हो तो मेरा भजन करो | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
ये ब्रज भूमि है यहाँ सब वैष्णव है तुम भ्रमित होकर किसी का अपराध मत कर देना | श्री विनोद बाबा जी
प्रयास करना ये छः प्रकार के वैष्णव अपराध कभी न हो | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
भक्ति में भगवान् बहला देते हैं मार्ग से भटका देते हैं भक्त को | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज
बिना समर्पण के साधक के लिए परम तत्व पाना संभव नहीं | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
ये २ वस्तु परम आवश्यक हैं संसार में सुखी रहने के लिए | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
हम पर करुणा करके भगवान् ने कलियुग में अवतार लिया है | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम
तप्त जीवन को शांति प्रदान करने की महाऔषधि है हरिकथा | पूज्य श्री विनोद बाबा जी महाराज | दासोहम