Nirakar Bhakti

"रूप नहीं, भाव ही भक्ति का आधार है"

निराकार भक्ति एक आध्यात्मिक यात्रा है, जहाँ हम प्रतिदिन भगवद गीता के श्लोक और रामचरितमानस की चौपाइयाँ प्रस्तुत करते हैं — सरल भाषा में, गहरे भावों के साथ।

यहाँ भक्ति किसी रूप में नहीं, भाव में बसती है।
हमारा उद्देश्य है —
ज्ञान, शांति और समर्पण को जन-जन तक पहुँचाना।

"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन"
(गीता)

"श्रीरामचन्द्र कृपालु भज मन"
(मानस)

हर श्लोक और चौपाई आपको आत्मा से जोड़ने, जीवन के द्वंद्वों को सुलझाने और भक्ति की सच्ची अनुभूति देने के लिए है।

हर दिन जुड़े —
एक दिव्य विचार,
एक पावन वाणी,
और ईश्वर की ओर एक कदम।

Nirakar Bhakti – जहाँ भाव ही ईश्वर हैं !