samkit dhara

Mangal avasar aayo. soorat shivir. new Bhajan

परम पूज्य भगवान आतमा है अनंत गुण से परिपूर्ण। आध्यात्मिक भक्ति। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

चेतो चेतन निज में आओ। आध्यात्मिक भक्ति। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

है शारद माँ तुमको नमन। शास्त्र भक्ति। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

अब मेरे समेकित सावन आयो।आध्यात्मिक भक्ति।पं.भूधरदासजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

तोड़ विषयों से मन जोड़ प्रभु से लगन। पं. सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

धर्म बिन कोई नहीं अपना। आध्यात्मिक भक्ति।पं.बुधजनजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

हमकौं कछु भय ना रे। आध्यात्मिक भक्ति। पं.बुधजनजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

धर्म बिन बावरे। आध्यात्मिक भक्ति। पं.भरतभाई महेता ज्ञायक, सूरत।

पर्वराज पर्युषण आया।आध्यात्मिक भक्ति।पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

स्वामी तेरा मुखड़ा है मन को लुभाना। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

तेरे दर्शन को मन दौड़ा। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

पल पल बीते उमरिया रूप जवानी जाती। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

आज सी सुहानी सु घड़ी इतनी। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

त्रिशला के नंद तुम्हें वंदना हमारी है। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

छोड़ो मोह की बातें। जैन भजन। शास्त्र भक्ति।

मैं हूँ आतमराम। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

मन महल में दो दो भाव जगे। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

तोरी पल पल निरखें मूर्तियाँ। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

तेरे दर्शन से मेरा दिल खिल गया। पं.सौभाग्यमलजी कृत भजन। पं.भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

यही इक धर्ममूल है मीता। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

धनि ते प्रानि जिनके तत्त्वारथ श्रद्धान पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

मान न कीजिये हो परवीन। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

जीव! तू भ्रमत सदीव अकेला। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

ऐसे जैनी मुनिमहाराज। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

परिनति सब जीवनकी। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

जीवन के परिनामनि की यह। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

संत निरंतर चिंतत ऐसें। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

सुमर सदा मन आत्मराम। भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।

आतम अनुभव आवै जब निज।भागचन्द भजनावली। पं.भागचन्दजी कृत भजन। पं. भरतभाई महेता 'ज्ञायक', सूरत।